महराजगंज/जिलाधिकारी अनुनय झा ने गोसदन मधवलिया का किया निरीक्षण साथ ही
उन्होंने सबसे पहले गोसदन में पौधरोपण किया और उसके उपरांत गोसदन में मौजूद पशुओं व उनके देखरेख और कार्यरत कर्मियों के विषय मे जानकारी ली गयी। डिप्टी सीवीओ द्वारा बताया गया गोसदन में कुल 552 गोवंश संरक्षित हैं, जिनके 362 नर और 190 मादा हैं। इनके देखरेख हेतु 02 सुपरवाइजर और 21 गोसेवक कार्यरत हैं।
जिलाधिकारी ने गोसदन में पशु शेड, गोबर गैस प्लांट, वर्मी कंपोस्ट संयत्र, अमृत सरोवर आदि का अवलोकन किया। गोसदन में पशुशेड में अपर्याप्त प्रकाश होने पर असन्तोष व्यक्त करते हुए लाइटों की संख्या बढ़ाने साथ ही परिसर में भी पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु सोलर लाइट लगवाने के लिए कहा। दूध उत्पादन शून्य होने की जानकारी मिलने पर उन्होंने डिप्टी सीवीओ को लिंग आधारित कृत्रिम गर्भाधान की व्यवस्था को शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने तालाबों में फिजिबिलिटी अध्ययन के उपरांत तालाबों में मछली उत्पादन और तालाबो के पट्टे कर उनके माध्यम से अर्जित आय को गोसंवर्धन के लिए उपयोग करने का निर्देश दिया। इसके अलावा गोसदन में उत्पादित वर्मी कंपोस्ट की ब्रांडिंग कर उसके लिए बाजार उपलब्ध कराने और वर्मी कंपोस्ट की बिक्री का एक हिस्सा गोसंवर्धन में उपयोग किया जाए। जिलाधिकारी ने गोसदन में उत्पादित गोबर-कंडो की बिक्री हेतु शमशान घाटों से बात कर उनकी आवश्यकता के न्यूनतम 50% को गोबर-कंडो के माध्यम से पूरा करने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया । इसके अलावा गोसदन की आय बढ़ाने हेतु अन्य विकल्पों पर भी कार्य करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया ।
इस दौरान उपजिलाधिकारी निचलौल सत्यप्रकाश मिश्रा, बीडीओ निचलौल शमा सिंह, तहसीलदार निचलौल राजेश कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।