स्वर्ण व्यवसायी की दुकान में हुई चोरी का पर्दाफाश: पुलिस ने पकड़ा मुख्य अभियुक्त
चोरी में प्रयुक्त उपकरण, नकदी और जेवर बरामद; दो अन्य अभियुक्त फरार
घुघली थानाक्षेत्र के ग्रामसभा बल्लोखास में 15 नवंबर की रात स्वर्ण व्यवसायी की दुकान का ताला तोड़कर हुई चोरी के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। इस मामले में एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो अन्य फरार हैं। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्त के पास से चोरी में प्रयुक्त औजार, नकदी और कुछ जेवर भी बरामद किए हैं।
कैसे हुआ चोरी का खुलासा?
घटना के बाद व्यवसायी की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। चोरी के आरोपी काफी शातिर थे और उन्होंने वारदात को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दी थी।
सोमवार की मध्य रात्रि को पुलिस ने घुघली क्षेत्र के गोपाला टोला करमहा मोड़ पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग के लिए पिकेट लगाया था। इसी दौरान एक मोटरसाइकिल पर तीन लोग आते दिखाई दिए। पुलिस चेकिंग देखकर तीनों भागने की कोशिश करने लगे। इस भगदड़ के दौरान पीछे बैठा एक युवक गिर गया, जिसे पुलिस ने मौके पर पकड़ लिया।
पकड़े गए अभियुक्त की पहचान
पुलिस पूछताछ में पकड़े गए युवक ने अपना नाम अर्जुन राजभर पुत्र उत्तीम राजभर, निवासी मोहन पट्टी थाना महुआडीह, जनपद देवरिया बताया। तलाशी के दौरान अभियुक्त के पास से एक बोरी मिली, जिसमें लोहे का सब्बल और छैनी जैसे औजार थे, जिन्हें चोरी में इस्तेमाल किया गया था। इसके अलावा अभियुक्त की जेब से 2150 रुपये नकद, एक जोड़ी पायल और दो जोड़ी बिछिया बरामद हुई।
साथियों के बारे में खुलासा
अर्जुन ने पूछताछ में अपने दो साथियों के नाम बताए। इनमें से एक का नाम संदीप कुशवाहा पुत्र भरत कुशवाहा, निवासी कोटवा टोला बसावन, थाना महुआडीह, जनपद देवरिया है। हालांकि, तीसरे साथी के बारे में उसने अनभिज्ञता जाहिर की।अर्जुन ने कबूल किया कि उसने अपने दोनों साथियों के साथ मिलकर स्वर्ण व्यवसायी की दुकान का ताला तोड़कर चोरी की थी।
अभियुक्त का आपराधिक इतिहास
थानाध्यक्ष कुंवर गौरव सिंह ने बताया कि अर्जुन राजभर पर महराजगंज, कुशीनगर और देवरिया जिलों के विभिन्न थानों में दर्जनों चोरी और नकबजनी के मामले दर्ज हैं। इसके अलावा, उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
चोरी के इस मामले को सुलझाने में पुलिस टीम की अहम भूमिका रही। इस टीम में थानाध्यक्ष कुंवर गौरव सिंह, उपनिरीक्षक हरिप्रकाश यादव, उपनिरीक्षक संजय कुशवाहा समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
चोरी के उपकरण और बरामद सामान
चोरी में प्रयुक्त औजार: लोहे का सब्बल और छैनी।
बरामद जेवर: एक जोड़ी पायल और दो जोड़ी बिछिया।
नकद रकम: 2150 रुपये।पुलिस की अगली कार्रवाई
गिरफ्तार अभियुक्त अर्जुन राजभर को अग्रिम विधिक कार्रवाई के लिए माननीय न्यायालय भेज दिया गया है। साथ ही, फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम को सक्रिय कर दिया गया है।
घटना का संदेश
यह घटना क्षेत्र में बढ़ते अपराधों और चोरी की घटनाओं को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर करती है। पुलिस की तत्परता और सतर्कता ने यह साबित किया कि अपराधी कितने भी शातिर क्यों न हों, कानून की पकड़ से बच नहीं सकते।
निष्कर्ष
स्वर्ण व्यवसायी की दुकान में हुई चोरी का पर्दाफाश कर पुलिस ने क्षेत्रवासियों में विश्वास जगाया है। इस कार्रवाई से यह संदेश गया है कि कानून व्यवस्था सुदृढ़ है और अपराधियों को उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी। चोरी में संलिप्त फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले की पूरी कड़ी जुड़