विकास भवन में विश्वं मत्स्य दिवस मनाया गया,
गोरखपुर।भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत मत्स्य पालन विभाग और राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड मिलकर 21 नवंबर 2021 को विकास भवन सभागार में जिला मत्स्य अधिकारी डॉ रणजीत सिंह की अध्यक्षता में ‘विश्व मत्स्य दिवस’ मना रहे हैं।
इस आयोजन के दौरान, भारत सरकार मत्स्य पालन क्षेत्र में दूसरी बार वर्ष 2020-21 के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों, देश के भीतरी इलाकों, समुद्री, पहाड़ी और पूर्वोत्तर क्षेत्रों को सम्मानित करेगी, सर्वश्रेष्ठ जिला पुरस्कार देश के भीतरी इलाकों, समुद्री, पहाड़ी और पूर्वोत्तर क्षेत्रों को दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त श्रेष्ठ अर्ध सरकारी संगठन/संघ/निगम/बोर्ड को भी पुरस्कृत किया जायेगा।
नीली क्रांति के माध्यम से आर्थिक क्षेत्र में प्रगति लाने के लिए मत्स्य पालन क्षेत्र में परिवर्तन करने हेतु सरकार बढ़-चढ़ कर काम कर रही है। इस पहल के माध्यम से उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि, गुणवत्ता में सुधार तथा अपशिष्ट में कमी के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने की कल्पना की गई थी। इस क्षेत्र की वृहद क्षमता को देखने हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मई 2020 में पांच वर्ष की अवधि के लिए 20,050 करोड़ रुपये से अधिक के बजट के साथ “प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) की शुरुआत की थी। पीएमएमएसवाई का लक्ष्य 2024-25 तक मछली उत्पादन को वर्तमान में 15.0 एमएमटी से बढाकर 22 एमएमटी तक करना और इस क्षेत्र के माध्यम से लगभग 55 लाख लोगों को अतिरिक्त रोजगार के अवसर पैदा करना है।