चाँदी के आभूषणों से सजेंगी टिकुलहिया की माई
धीरज वर्मा-
नगर पंचायत निचलौल से सटे टिकुलहिया में माँ दुर्गा का दिव्य मन्दिर विराजमान है।बताया जाता है कि सैकड़ो वर्ष पूर्व निचलौल के ही जमींदार माहेश्वरी दत्त पाण्डेय ने पिंड के रूप में मंदिर का स्थापना किया था। मंदिर के सेवादार अजय जायसवाल ने बताया है कि पिछले एक दशक पूर्व इस मंदिर में माता शीतला,गणेशजी,हनुमानजी व नव दुर्गा के प्रतिमा को भी स्थापित कर मंदिर को और भव्य और विशाल बना दिया गया है।माता के प्रतिमा को और भी सुसज्जित करने के लिए उन्हें चांदी के आभूषणों से सजाया जाएगा। जिसकी बीड़ा सर्राफ़ा मंडल निचलौल के साथ अन्य वर्गों के लोगों ने भी उठायी है।माता के आभूषणों को बनाने की जिम्मेदारी निचलौल के ही एक भक्त कारीगर मनीष वर्मा पुत्र हरगोविन्द वर्मा ने लिया है।मनीष वर्मा ने बताया है कि वो देवी माँ के लिये चाँदी के नाखून,दाँत, दन्तवक्र और पायल बना कर उन्हें धारण करा दिए हैं जिसमें लगभग 350 ग्राम चांदी लग चुका है साथ ही देवी माँ के लिए चाँदी के छत्र, सूड़, मुकुट, बनाना बाकी है जिसको बनाने में करीब 3000 ग्राम चांदी और एक से दो माह का समय लग सकता है।
सर्राफ़ा मंडल अध्यक्ष अनिल वर्मा ने बताया है कि सर्राफ़ा मंडल निचलौल से अब तक 700 ग्राम चाँदी व अन्य वर्गों से लगभग 170 ग्राम चांदी एकत्रित हो चुका हैं।