उत्तरप्रदेशगोरखपुर

भ्रष्टाचार के विरुद्ध सत्याग्रह संकल्प पर, टूटी शासकीय तंत्र की तंग भद्रा

-भ्रष्टाचार के विरुद्ध सत्याग्रह संकल्प का आया आंशिक परिणाम

गोरखपुर। सीएम सिटी गोरखपुर में तीसरी आंख मानव अधिकार संगठन द्वारा विगत 9 माह से क्रमश विकास प्राधिकरण गोरखपुर, लोक निर्माण विभाग गोरखपुर, सहायक निबंधन कार्यालय गोरखपुर तथा आरटीओ गोरखपुर में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के क्रम में के के तिवारी सहायक निबंधन अधिकारी द्वितीय द्वारा पद एवं अधिकारों का दुरुपयोग कर रजिस्ट्री बैनामें में रजिस्ट्री स्टाम्प शुल्क में करोड़ों रुपए के सरकारी राजस्व की क्षति कर अनुचित लाभ लेते हुए गंभीर वित्तीय अनियमितता व आर्थिक अपराध को अंजाम दिए जाने जैसे कूट रचित अपराध के विरुद्ध तीसरी आंख मानव अधिकार संगठन द्वारा दर्जनों प्रेषित शिकायत पत्र मय संलग्नकों को मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश द्वारा गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए दिए गए निर्देशों के अनुपालन में जिला अधिकारी द्वारा जा चोपरांत सहायक निबंधन अधिकारी के के तिवारी सहित निबंधन कार्यालय गोरखपुर के कुल पांच लोकसेवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए विधिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है उपरोक्त की ही भांति गोरखपुर आरटीओ कार्यालय में गाड़ियों के पंजीयन प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर अवैध सब डीलरों द्वारा क्रेताओं से किए जा रहे हजारों रुपए के अवैध वसूली के साथ साथ केंद्रीय मोटर यान नियमावली दुरुपयोग कर 1889 के नियम 40 के निर्धारित प्रावधानों के विपरीत अवैध सब डीलरों द्वारा कतिपय संचालित मोटरबाइक विक्रय केंद्र के विरुद्ध संगठन द्वारा प्रेषित कतिपय शिकायत पत्र मय संलग्नको को शासकीय तंत्र द्वारा गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए दिए गए निर्देशों के अनुपालन में भी जिलाधिकारी गोरखपुर द्वारा एक को तत्काल गिरफ्तार कराते हुए अन्य 6 के विरुद्ध संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज कर सख्त विधिक कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया है।
उपरोक्त घटनाक्रम से आम नागरिकों को सीख लेनी चाहिए और भ्रष्टाचार के विरुद्ध संगठन द्वारा चलाए जा रहे चरणबद्ध अभियान का हिस्सा बन भ्रष्टाचार मुक्त सीएम सिटी के निर्माण में अपना योगदान सुनिश्चित करना चाहिए ताकि भ्रष्टाचार मुक्त सभ्य समाज का निर्माण किया जा सके।शासकीय तंत्र ने आरटीओ गोरखपुर व सहायक निबंधक अधिकारी द्वितीय के के तिवारी द्वारा कूट रचित कारित अपराध संदर्भित प्रकरण में आज एक आंशिक पहल नजर आया प्रेषित शिकायत पत्र जिसका प्रमुख श्रेय तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन को जाता है और इससे आम नागरिकों को सीख लेनी चाहिए ताकि संगठन द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध चलाए जा रहे सत्याग्रह संकल्प को बल प्राप्त हो।
जिलाधिकारी गोरखपुर द्वारा प्रेषित शिकायत पत्र में उल्लिखित आरोपी की जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर आरोपी लोक सेवकों के कारित भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराया जाना भ्रष्टाचार नियंत्रण की दिशा में एक अच्छी व संवेदनशील पहल है, और उक्त पहल का श्रेय तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन को जाता है जो भ्रष्टाचार के विरुद्ध चलाए जा रहे चरणबद्ध अभियान का आंशिक परिणाम है जिससे संगठन को आत्म बल प्राप्त हुआ है।
उपरोक्त घटनाक्रम से आम नागरिकों को सीख लेनी चाहिए और भ्रष्टाचार के विरुद्ध संगठन द्वारा चलाए जा रहे चरणबद्ध अभियान का हिस्सा बन भ्रष्टाचार मुक्त सीएम सिटी के निर्माण में अपना योगदान सुनिश्चित करना चाहिए ताकि भ्रष्टाचार मुक्त सभ्य समाज का निर्माण किया जा सके।

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