ब्रेकिंग
दो पहिया वाहन शोरूम खुलने से मिलेगी सहूलियत: बजरंग बहादुर सिंहडीएम व एसपी ने किया थाने का आकस्मिक निरीक्षण, दिए सख्त निर्देशपूर्व विधायक फरेंदा के नेतृत्व में भाजपा कार्यालय पर बूथ स्तर की हुई बैठक।विद्युत विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध नगर के युवा लामबंद।ग्राम प्रधान संगठन उत्तर प्रदेश की बैठक: ग्राम प्रधानों की समस्याओं का निस्तारण और समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण कदमशिवांगी नीतू और संदीप को राज्यपाल के हाथों मिला गोल्ड मेडलआखिर किसके सह पर घुघली में धड़ल्ले से चल रहे आधा दर्जन अवैध हॉस्पिटलबृजमनगंज: पुल के नीचे साईकिल से गिरे सवार की बाइस घंटे बाद मिली शव।विशालकाय बरगद के पेड़ गिरने से सोनाबंदी – फरेंदा मार्ग कई घण्टे रहा बाधित, वनकर्मियों एंव ग्रामीणों के अथक प्रयास से आवागमन हुआ बहाल।पुल के नीचे गिरा साईकिल सवार पानी में बहा, देर शाम तक नही मिला ।पच्चीस हजार का इनामी चढ़ा फरेंदा पुलिस के हत्थे, वर्षों से थी तलाशघुघुली बुजुर्ग के कुसमावती पत्नी श्रीकान्त ने हाई कोर्ट में लगाई न्याय की गुहारसिटिजन फोरम की पहल हिंदी की पाठशाला कार्यक्रम आयोजितस्वच्छता अभियान में आलमाइटी इंटर कालेज के छात्रों ने ली शपथनवरात्रि व दशहरा पर्व के मद्देनजर लेहरा मां दुर्गा मंदिर परिसर में हुई बैठक।

उत्तरप्रदेशमहाराजगंज

कुतुब मीनार से दोगुना ऊंचा है गोरखपुर के खाद कारखाना का यह प्रिलिंग टॉवर,

गोरखपुर उत्तर प्रदेश के गोरापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सात दिसंबर को लोकार्पित होने जा रहे हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड ;एचयूआरएल. के इस खाद कारखाने के प्रिलिंग टॉवर की ऊंचाई कुतुब मीनार की ऊंचाई से दोगुनी से भी अधिक है। यह विश्व में किसी भी खाद कारखाने का सबसे ऊंचा प्रिलिंग टॉवर है।
रसायन विशेषज्ञ मानते हैं कि प्रिलिंग टॉवर की ऊंचाई उर्वरक की गुणवत्ता का पैमाना होती है। ऊंचाई जितनी अधिक होगी उर्वरक उतनी क्वालिटी वाला होगा।
22 जुलाई 2016 को गोरखपुर में एचयूआरएल के खाद कारखाने का शिलान्यास कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संघर्ष को परिणामजन्य बनाया था। करीब 600 एकड़ में 8603 करोड़ रुपये की लागत से अब यह खाद कारखाना तमाम खूबियों के साथ बनकर तैयार है। ऐसी ही खासियत यहां बने प्रिलिंग टॉवर की है। इसकी ऊंचाई 149.2 मीटर है जो पूरे विश्व में अबतक की सर्वाधिक ऊंचाई वाला प्रिलिंग टॉवर है। तुलनात्मक विश्लेषण करें तो यह कुतुब मीनार से भी दोगुना ऊंचा है। कुतुब मीनार की ऊंचाई 72.5 मीटर है।
सबसे ऊंचे प्रिलिंग टॉवर से बेस्ट क्वालिटी की यूरिया का उत्पादन गोरखपुर के खाद कारखाना में होगा। इसके लिए एचयूआरएल की तरफ से कार्यदायी कंपनी टोयो इंजीनियरिंग जापान, इंडिया ने प्रीलिंग टावर की ऊंचाई सर्वाधिक रखी। प्रीलिंग टावर की ऊंचाई जितनी अधिक होती है यूरिया के दाने उतने छोटे व गुणवत्तायुक्त बनते हैं। प्राक्रतिक गैस आधारित यहां के प्लांट में प्रतिवर्ष 12ण्7 लाख मीट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन होगा। इस उत्पादन से देश की खाद मामले में आयात पर निर्भरता काफी कम हो जाएगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!