नशीली दवाओं को लेकर सिसवा बाजार में मचा हड़कंप।
सिसवा बाज़ार महराजगंज ।नगर पालिका क्षेत्र में पकड़ें गए नशीली दवाओं को लेकर नगर में चर्चा का दौर शुरू हो गया है। आपको बताते चलें कि 686 करोड़ रुपये नशीली दवाओं को 4 अगस्त को महाराजगंज में पकड़ा गया था। सूत्रों के अनुसार गोरखपुर भालोटिया मार्केट से तार जुड़ा हुआ और चार कंपनियों का नाम आना ,सिसवा बाजार के दवा व्यापारियों के होश उड़ा दिया है दवा के क्षेत्र में सिसवा बाजार पूर्वांचल का केंद्र कहा जाता है जहा से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार ,नेपाल मध्यप्रदेश तक फैला हुआ है जिसके लिये सिसवा बाजार को दवा माफिया क्षेत्र भी कहा जाता है , यहां ड्रग इंस्पेक्टर की तैनाती के लिये भी खेल खेला जाता है ,लोगो मे चर्चा जोरों पे है कि ये 686 करोड़ रुपये में सिसवा का भी हिस्सेदारी है । यहां स्थानीय लोगो की माने तो इन लोगो का दबी जुबान में कहना की इस मामले में कुछ नही होने वाला है क्योंकि इसमें सत्तापक्ष के बाहुबली लोग ही शामिल है ,यदि कोई इसके खिलाफ आवाज उठाएगा तो उसकी आवाज हमेशा के लिये बन्द कर दिया जाएगा । अब यदि ऐसा है तो योगी सरकार के लिये बहुत बड़ी चुनौती ये हैकि इन सभी दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होगी या पूर्वर्ती सरकारों की तरह एक दो को पकड़ कर जेल भेजकर केस बन्द कर दिया जाएगा, इसका जबाब कार्यवाही के बाद ही मिलेगा।अब सवाल ये उठता है कि ये नशीली दवाओं का धंधा इतने दिनों से चल रहा था तो किसके इसारे पे चल रहा था ।दवा संघ के पूर्व अध्यक्ष रामनारायण नेता का कहना है कि ये नशीली दवाईया नौजवान व समाज के लिये बहुत हानिकारक है और इस तरह के घृणित कार्य करने वालो को सजा जरूर मिलनी चाहिये।अब बहुत सवालों को जवाब का इंतजार करता ये 686 करोड़ रुपये के नशीली दवा ।