अंडरग्राउंड कमरे में किया जा रहा है ऑपरेशन अवैध अस्पताल के संचालकों नें बदला पैंतरा
दिन के बजाय रात को किया जा रहा ऑपरेशन
घुघली।महराजगंज अवैध रूप से संचालित अस्पताल संचालकों ने अपना पैंतरा बदल दिया है।दिन के बजाय अब रात को किया जा रहा आपरेशन।
घुघली नौरंगियाँ रोड पर स्थित बैकुंठी नदी पुल के समीप स्थित एक किराये के मकान में अवैध रुप से संचालित हॉस्पिटल में बने अंडरग्राउंड कमरे में रात में ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है।न तो वहां ओटी है और न ही लाइट की मुकम्मल ब्यवस्था।बिजली न रहने पर इमरजेंसी लाइट के सहारे ही काम चला लिया जाता है। यह सब खेल विभाग व प्रशासन को चकमा देने के लिए खेला जा रहा है। हॉस्पिटल का कोई न तो बोर्ड लगा है और न ही कोई नाम है। सर्जन का तो कोई अता पता नहीं है। कुछ सालों सहायक के रूप में ओटी में काम करने वाले ही आपरेशन को अंजाम दे रहे है ।
आपरेशन के बाद मरीज की जिंदगी भगवान भरोसे होता है। डिलेवरी के बाद मरीज को पांच से छः दिनों तक रखा जाता है। और भारी भरकम पैसा वसूला जाता है।संचालक ही ओपीडी चलता है।ऐसे में मरीज की हालत बिगड़ने पर उसे किसी बड़े अस्पताल में भर्ती करा दिया जाता है।बात बिगड़ जाने पर दलालों के माध्यम से पैसा देकर मामले को मैनेज करा दिया जाता है। प्रशासन भी शिकायत का इंतजार करता है शिकायत मिलने पर कार्रवाही के रूप में सिर्फ खाना पूर्ति किया जाता है। दो चार रोज अस्पताल बंद कर दिया जाता है फिर धंधा शुरू हो जाता है।
कमीशन के चक्कर में आशाएं पहुंचाती है मरीज
ऐसे अस्पतालों के लिए आशा कार्यकर्ता संजीवनी बनी हुई हैं। गांव के भोले भाले लोगों को बहला फुसला कर महिलाओं और प्रसूताओं को सरकारी अस्पताल न लेजाकर सीधे अवैध रूप से संचालित अस्पतालों पर पहुंचा देती हैं। इसके अतिरिक्त अस्पतालों पर भी दलाल लगे रहते हैं जो वहां मरीजों को उलटा सीधा पढ़ाकर अस्पताल ले जाते हैं जिनके लिए उन्हें केश के हिसाब से कमीशन के रूप में मोटी रकम मिल जाती है।