यज्ञ स्थल के प्रदक्षिणा से पूर्ण होती हैं मनोरथ, -लक्ष्मीपुर क्षेत्र के सोंधी में आयोजित नौ दिवसीय रूद्र महायज्ञ, — रामलीला कलाकारों के अभिनय को लोगों ने खूब सराहा सचित्र- रात्रि काल में यज्ञस्थल का प्रदक्षिणा करते श्रद्धालु,

महराजगंज लक्ष्मीपुर। लक्ष्मीपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत सोंधी पोखरे पर बऊरहवा बाबा मंदिर परिसर मे आयोजित नौ दिवसीय रूद्र महायज्ञ के गुरूवार को यज्ञाधीश आचार्य पं.कौशल त्रिपाठी ने बताया कि यज्ञ में 33 करोड़ देवी-देवताओं का आह्वान किया जाता है ।जिससे विश्व कल्याण में सुख समृद्धि होती है। यही नहीं यज्ञ करने और कराने से सभी दुखों का नष्ट होता है तथा शांति मिलती है। उन्होंने बताया कि यज्ञ के दौरान हवन करने का बहुत बड़ा महत्व है। यज्ञ में दान देने से धन की कमी नहीं होती है, इसलिए सभी को यज्ञ में दान देना चाहिए। यज्ञ स्थल की प्रदक्षिणा करने का बड़ा महत्व है, इसलिए यज्ञ स्थल का प्रदक्षिणा करना अनिवार्य है।यज्ञ मंडप की एक बार परिक्रमा करने से जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं। संध्या आरती के पश्चात यज्ञ मंडप का एक बार परिक्रमा अवश्य करनी चाहिए। परिक्रमा से दैहिक, भौतिक एवं दैविक आपदाओं का विनाश और जीवन मे सुख-समृद्धि व वैभव का आगमन होता है। यज्ञ स्थल पर संध्या आरती दिव्य होती है। यज्ञशाला में वैदिक मंत्र व हवन से आसपास के गाँवो के माहौल भक्तिमय बनी हुई है।
बीती रात्रि में रामलीला का मंचन कर सबका मन मोह लिया। रामलीला कलाकारों द्वारा राम विवाह, वनवास, आदि सहित प्रस्तुत किया गया। इस दौरान आचार्य देवांश शास्त्री, डा.ओमप्रकाश चौधरी, डा.भरत चौधरी, राम किशोर चौधरी, नेबूलाल, नन्द किशोर यादव, जगदीश, जोगिंदर, लाल सिंह, गीता देवी, प्रभावती देवी, जुगालवती, श्रीधर पाण्डेय, रामजी शर्मा, अनिल चौधरी, आशीष, विनोद प्रजापति, सुनील, आशीष, शुभम, प्रधान अरूण चौधरी, शिवमूरत, रमजान अली सहित भारी तादाद में श्रद्धालु शामिल रहे।