गोरखपुर। रविवार की भोर में गोरखपुर पुलिस का दो लुटेरों से आमना सामना हो गया। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई। पुलिस की दोनों बदमाशों के पैर में लग गई।पुलिस ने उन्हें अभिरक्षा में लेकर इलाज के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया है। मुठभेड़ के बाद एसएसपी डॉ विपिन तांडा व एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई मौके पर पहुंच गए और बदमाशों से जानकारी ली। आपको बता दें कि गोरखपुर में योगी 2.0 में पिछले 10 दिनों अंदर यह दूसरी मुठभेड़ है। इन दो मुठभेड़ में 3 बदमाशों के पैर में गोली लगी है।
मुठभेड़ में घायल दूसरा बदमाश
मुठभेड़ में घायल दूसरा बदमाश
रामगढ़ताल पुलिस से हुई मुठभेड़
दरअसल रामगढ़ताल पुलिस, स्वाट व एसओजी की रविवार की भोर करीब 3 बजे चिड़ियाघर के पास मुखबिर की सूचना पर गश्त कर रही थी। तभी दो लुटेरे बाइक से आते दिखे। पुलिस के रोकने पर दोनों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी खुद को बचाते हुए जवाबी कार्रवाई की। पुलिस की गोली भाग रहे बदमाशों के पैर में लग गइ और वे गिर कर छटपटाने लगे। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया।
एसएसपी ने बताया कि दोनों बदमाशों की पहचान मनोज और अजीत उर्फ सोने बाबा के रूप में हुई है। दोनों एक साल पहले रामगढ़ताल के आजाद चौक के पास आजमगढ़ से आ रहे एक मुनीम की रेकी कर 32 लाख की लूट की थी। जिस मामले में दोनो जेल गए थे। घायल दोनों बदमाशों के पास से चोरी की बाइक, एक पिस्टल, एक तमंचा, कारतूस,खोखा और लूट की एक मोबाइल फोन व लूटा गया 3 लाख बरामद हुआ है। दोनों चोरी की बाइक से लूट की घटना को अंजाम देते थे।
पुलिस के अनुसार मुठभेड़ में घायल हुए लुटेरे 30 वर्षीय मनोज पुत्र दूधनाथ निवासी मोहरीपुर टोला थाना चिलुआताल जनपद गोरखपुर के खिलाफ रामगढ़ताल, कैंट व चिलुआताल थाने में चोरी, लूट, हत्या के प्रयास, आम्स एक्ट सहित अन्य आरोपों में 9 मुकदमें दर्ज हैं।वहीं दूसरे लूटने 36 वर्षीय अजीत उर्फ सोनू बाबा पुत्र स्वर्गीय शम्भू निवासी सिंधवान थाना बेलघाट जनपद गोरखपुर के खिलाफ 8 मुकदमें दर्ज है।
मुठभेड़ के बाद बरामद बदमाशों की पिस्टल, कारतूस व गिरा खून
मुठभेड़ के बाद बरामद बदमाशों की पिस्टल, कारतूस व गिरा खून
10 दिन में दो मुठभेड़ 3 घायल
योगी के दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेने के बाद गोरखपुर पुलिस की यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पहले 16 अप्रैल को चौरीचौरा पुलिस ने जौनपुर के बिसौनी निवासी पशु तस्कर इमरान पुत्र नूर मोहम्मद से मुठभेड़ हुई थी तब उसे भी पैर में गोली लगी थी।
गोरखपुर में अंतिम मुठभेड़ मनीष हत्याकांड से पहले हुई थी। तब पुलिस 10 सितंबर 2021 गगहा की काजल हत्याकांड के आरोपित इनामी बदमाश विजय प्रजापति को मार गिराया था। इसके बाद 27 सितंबर 2021 की रात रामगढ़ताल थानाक्षेत्र के कृष्णा होटल में पुलिस की पिटाई से कानपुर के कारोबारी मनीष की मौत हो गई। जिसमें वहां के थानेदार जेएन सिंह समेत कई पुलिसकर्मी जेल गए थे। उसके बाद जिले में कोई मुठभेड़ नहीं हुई। हत्याकांड के बाद जिले की पुलिस की यह दूसरी मुठभेड़ है वहीं रामगढ़ताल थाने की पुलिस की यह पहली मुठभेड़ है।