कारगिल के वीर सपूतों के सहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता
धीरज वर्मा-NDTV24
1999 में पकिस्तान द्वारा भारतीय चौकियों पर किये गए कब्जे से मुक्ति दिलाने में भारत ने जहाँ अपने 550 सैनिकों का बलिदान दिया वही 1400 के करीब सैनिक घायल भी हुए,उन वीर शहीदों में नौतनवा नगर के भी दो लाल पूरन बहादुर थापा व प्रदीप थापा ने भी अपने प्राणों की आहूति देकर सहादत पाई थी।उन बीर शहीदों को सम्मान देने के लिए ही आज कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है।नगर में उन वीर सपूतों की लगी प्रतिमा के समक्ष नौतनवा नगर पालिका अध्यक्ष गुड़डू खान व नगर के भूतपूर्व सैनिकों ने बलिदानी सपूतों की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर तथा अमर ज्योति जलाकर उनके शौर्य व साहस को याद किया।
इस अवसर पर पालिका अध्यक्ष ने बताया कि हमारे वीर शहीदों ने अपने प्राणों की आहूति देकर यह विजय प्राप्त की है आज उनके शौर्य एवं अदम्य साहस को हम अपनी नम आंखों से याद कर सैल्यूट करते है और सम्मान देते है।गोरखा भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति के नगर अध्यक्ष नर बहादुर राना ने बताया कि आज का दिन हमारे उन बीर शहीदों को याद कर सम्मान देने का है जिन्होंने कारगिल जैसी ऊंची और कटीले पहाड़ो पर अपनी वीरता का अद्वितीय प्रमाण पेश किया।
इस अवसर पर राम कुमार थापा, मोहन थापा,नरेश राना,हरि बहादुर गुरुंग, डमर बहादुर गुरुंग, राम बहादुर,तूल बहादुर थापा,शाहनवाज खान, राजेश व्वायड,राम बहादुर राई,रानी थापा,गणेश थापा,अमित बोरा, श्याम किशोर थापा, रिखी राम थापा,ओम बहादुर थापा, मनोज थापा,संत बहादुर थापा, संजीव थापा आदि लोगो ने शहीदों को सलामी दिया।