अस्पताल है खुद बीमार,मरीज का कैसे हो बेहतर ईलाज

बाँसगाँव।। प्रदेश के ग्रामीण अंचल के ग्रामीणो के बेहतर स्वास्थ सुविधा को लेकर गम्भीर है तो प्रदेश मुखिया के गृह जनपद के गाव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र की स्थिति काफी दैनिय स्थिति मे पंहुच चुका है विगत कुछ समय से स्वास्थ्य सुविधा की बेहतरी के लिए प्रदेश सरकार द्वारा नित्य नए-नए प्रयास किए जा रहे हैं पर वह प्रयास केवल फाइलों तक ही अधिकारियों द्वारा बंद कर दिया जा रहा है! सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बांसगांव अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धनीपुर डॉक्टर व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से अपनी बदहाली पर आशु बहा रहा है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जर्जर भवन में कर्मचारी बैठने को तैयार नहीं है लेकिन लेकिन मरीज के इलाज के लिए डॉक्टर और अन्य कर्मचारियों को अंदर बैठकर मरीज का इलाज करना पड़ता है लेकिन हमेशा दुर्घटना घटने का डर बना रहता है मरीजों के भर्ती होने वाला वार्ड या कर्मचारियों आवास पूरी तरह से भूत बांग्ला और सांपों का बसेरा बन चुका है सीएससी पर इलाज कराने आए मरीज जितेंद्र राजू रवि सेन कृष्ण चंद समेत दर्जनभर लोगों वह ग्राम वासियों से बात करने पर पता चला की यह हॉस्पिटल उपेक्षा का शिकार बना हुआ हैप्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धनीपुर पर तैनात फार्मासिस्ट रामसह सरोज ने बताया की इस समय हॉस्पिटल पर एक फरसिस्ट की तैनाती है बाकी डॉक्टर को अटैच किया गया है!बांसगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉक्टर कृष्ण मोहन अग्रवाल ने बताया की पीएससी के बदहाली की जानकारी मेरे द्वारा उच्च अधिकारियों को दी गई है इस साल कुछ रिपेयर मेरे द्वारा पीएससी का कराया जाएगा