गिड़गिड़ाता रहा बाप , हैवान बेटे ने उतारा मौत के घाट रिश्ता हुआ शर्मसार,
रिश्ता हुआ शर्मसार, बेटा और नाती ही निकला बुजुर्ग का कातिल
धारदार हथियार से हत्या कर शव जंगल में फेंका
फरेंदा, महराजगंज
पुरंदरपुर जंगल में हत्या कर फेंके गए शव के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को घटना का पर्दाफाश किया है ।मृतक के बेटे व नाती ने ही अपने पिता/बाबा चंद्रभान की हत्या की साजिश रचा था। पुलिस मामले में जांच पड़ताल कर घटना में प्रयुक्त सामान बरामदगी सहित अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर घटना का पर्दाफाश किया है। महाराजगंज पुलिस ने राधेश्याम को मोहनापुर से गिरफ्तार कर लिया तथा उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त कार को सिद्धार्थ नगर सेआर एस टेंट हाउस से बरामद कर लिया।गिरफ्तार राधेश्याम ने जुर्म कबूल करते हुए पुलिस से कहा कि कलीमुल्लाह के मोबाइल पर कई बार सम्पर्क किया जब वह नहीं पहुंचा तब वह अपनी मोटरसाइकिल लेकर स्वंय वर्डपुर गया। जहां पर कलीमुल्लाह को साथ लेकर कचहरी गेट के पास पहुंचा। कलीमुल्लाह को अपने अल्टो कार की चाभी देकर वह और उसका लडका सन्तोष पिता चन्द्रभान के कचहरी से निकलने का इंताजर करने लगे । लगभग 2.30 बजे पिता जब कचहरी से निकले तब उन्हें अपनी गाडी अल्टो कार में बैठाया और कहा कि चलो पीपीगंज टावर वाले से बात करना है। मकसद सिर्फ इतना था कि टावर लगाने के बहाने पिता को गोरखपुर ले जाकर आनलाईन मैन्टल सार्टीफिकेट बनवा दूं। जिससे की पिता जी छोटे भाई की पत्नी को खेत ना लिख सके। जब पिता को लेकर हम उसका बाजार पहुंचे उसी समय मेरे छोटे बहनोई छोटेलाल का फोन आया और पिता जी से बहनोई ने फोन पर कहा कि पुष्पा की विदाई कर दीजिए तब पिता ने कहा कि कुछ चूरा भूजा की व्यवस्था कर लेते है। फिर उसके बाद विदाई कर देगें । जब मैने उसका बाजार में पिता से गोरखपुर चलकर मैन्टल सार्टीफिकेट बनवाने की बात कहा तो वह भड़क गये और गाडी से नीचे उतर गये । तब मैने उन्हें किसी तरह मनाकर गाड़ी में बैठाया कि पीपीगंज चलकर टावर की बात करेंगे। इसके बाद मैने पिता का फोन लेकर स्वीच आफ कर दिया । मैने अपना फोन भी उसी समय बंद कर दिया मैं और मेरा बेटा संतोष पिता जी को लेकर अल्टो कार में पीछे बैठे थे और कलीमुल्लाह समानी गाडी चला रहा था। हम लोग उसका राजा होते हुए बृजमनगंज आये और बृजमनगंज से फरेन्दा होते हुए कैम्पियरगंज तक गये और मैने अब मन बना लिया था कि अब पिता जी को रास्ते में आज निपटा देगें। गाड़ी में ही जब राधेश्याम ने बाकी निकाला और पिता के गर्दन पर रख दिया तो पिता गिड़गिड़ाने लगा और हाथ-पांव मारने लगा। शोर ना करें इसलिए मैंने उनके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और बाकी से प्रहार कर उनकी हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया। गिरफ्तार अभियुक्त राधेश्याम चौधरी पर ₹25000 का इनाम रखा गया था जबकि घटना में एक अन्य वांछित अभियुक्त संतोष चौधरी के ऊपर पुलिस ने ₹12000 का इनाम रखा है। घटना को पर्दाफाश करने व अभियुक्त की गिरफ्तारी में प्रभारी निरीक्षक थाना पुरंदरपुर सत्येंद्र कुमार राय, प्रभारी निरीक्षक जय प्रकाश सिंह यादव स्वाट टीम महाराजगंज, उप निरीक्षक मनोज सिंह यादव स्वाट टीम, उप निरीक्षक विवेक कुमार सिंह थाना पुरंदरपुर, हेड कांस्टेबल सच्चिदानंद दुबे ,विद्या प्रसाद , कांस्टेबल अजय यादव, शैलेंद्र त्रिपाठी स्वाट टीम महाराजगंज, कांस्टेबल हरी प्रताप यादव शैलेश सरोज प्रदीप यादव थाना पुरंदरपुर शामिल रहे।