24 सितंबर 2024 को महराजगंज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अनुनय झा की अध्यक्षता में विकास विभाग एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य जिले में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति का मूल्यांकन करना और समय पर योजनाओं के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना था।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, पीडी, डीसी मनरेगा, डीसी एनआरएलएम, डीपीआरओ सहित संबंधित अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।बैठक की शुरुआत में जिलाधिकारी ने विकास योजनाओं की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया और हर ब्लॉक के अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से फीडबैक प्राप्त किया। इसके बाद, उन्होंने विशेष रूप से पंचायत और विकास से जुड़े कार्यों की धीमी प्रगति पर गहरी चिंता व्यक्त की।
सख्त चेतावनी: संतोषजनक प्रगति नहीं होने पर कार्रवाई
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी अनुनय झा ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि विकास योजनाओं में अगर अगली बैठक तक संतोषजनक प्रगति नहीं होती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी बीडीओ, एडीओ पंचायत और एपीओ को चेतावनी देते हुए कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विशेष रूप से लक्षित अधिकारी
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से एपीओ निचलौल, लक्ष्मीपुर और धानी के कार्यों पर असंतोष जताया। इन क्षेत्रों में विकास कार्यों की धीमी गति को लेकर उन्होंने गहरी नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि जल्द से जल्द सुधार नहीं किया गया, तो कठोर कदम उठाने से भी पीछे नहीं हटा जाएगा।
जिलाधिकारी की भविष्य की रणनीति
बैठक के अंत में जिलाधिकारी अनुनय झा ने अधिकारियों को समयबद्ध कार्य योजना बनाने और उसे प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए। उनका कहना था कि विकास कार्यों की गति को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है और इसके लिए सभी अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभाना होगा।
यह समीक्षा बैठक महराजगंज जिले में विकास कार्यों को गति देने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी, जिसमें जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से बताया कि अब लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है। समय पर कार्यों की पूर्णता और संतोषजनक प्रगति सुनिश्चित करना ही अधिकारियों की प्राथमिकता होनी चाहिए।