सिसवा चौकी प्रभारी फिर हुये अपने मुंह जुबान से बेलगाम पत्रकार को दी धमकी।
सिसवा बाजार
हमेशा अपने कार्यप्रणाली को लेकर सिसवा पुलिस चौकी चर्चा में रहती है।चाहे अवैध तस्करी व अवैध वसुली का मामला हो या किसी को धमकाने का मामला हो। आज वेसे ही एक मामला प्रकाश में आया है गाडी चेकिंग का वजह पूछना एक पत्रकार को भारी पड़ गया।आज सायंकाल चोखराज स्कूल नहर पर (मटर तस्करी का सुरक्षित वाईपास सड़क)पर सिसवा चौकी प्रभारी अमित सिंह अपने हमराहियों के साथ दो पहिया वाहनों की चेकिंग कर रहे थे तभी पत्रकार व भाजपा कार्यकर्ता श्री राम शाही अपने एक भाजपा कार्यकर्ता राकेश कनोजिया के साथ गुज़र रहे थे तभी उनकी नज़र गाड़ी चेकिंग अभियान पर पड़ी। उन्होंने ने देख की भरी पिकप गाड़ियां ,मैजिक वाहनों को न रोककर केवल परीछा देकर आ रहे बच्चों को रोकर उनसे पूछताछ कर दो पहिया वाहनों की चेकिंग कर उनका विधिवत चलान किया जा रहा था।इस पर पत्रकार शाही ने चौकी प्रभारी से केवल दो पहिया वाहनों को केयो केवल रोक कर चालान किया जा रहा है।किस आधार पर गाड़ी चेकिंग हो रही है। बाकी चार पहिया गाड़ियों को कर्यो नही रोका जा रहा है।आप चार पहिया पिकप व मैजिक भी रोक कर तलाशी ले केयो की इसी रास्ते कुछ और भी चीजो की तस्करी इसी रास्ते पर होती है।इस पर चौकी प्रभारी आग बबूला हो गये औऱ उन्होंने कहा कि हमारी डियूटी तुम समझाओ गे।यहाँ से चले जाओ नही ज्यादा सवाल जवाब करोगे औऱ हमारे कार्य मे बाधा डालोगे तो हम तुम्हें सरकारी कार्य मे बाधा दिख कर मुकदमा लिख हवालात में डाल दूंगा।उनके साथ जिले के भाजपा कार्यकर्ता ने अपना परिचय दिया तो चौकी प्रभारी ने उन्हें जाति सूचक शब्दो का प्रयोग कर यहाँ से भाग जाने की धमकी दे डाली।पत्रकार श्री राम शाही व उनके साथ मे रहे जिले के भाजपा अनुसूचित मोर्चे के महामंत्री राकेश कनोजिया को फर्जी मुकदमें में फंसाने की धमकी दी गई।चौकी प्रभारी का राजनीतिक लोगो व पत्रकारों से उलझना कोई नई बात नही है।अभी कुछ दिनों पहले सदर विधायक जयमंगल कनोजिया से किसी बात को लेकर उलझ गये थे उस विवाद को लेकर उनको लाइन हाजिर कर दिया गया था। चर्चा यह भी है कि ये जनाब जहाँ थाने या चौकी पर जाते है विवादों के कारण हमेशा चर्चा में रहते है।अब देखना यह है कि योगी सरकार में भाजपा कार्यकर्ता कितना पुलिसकर्मियों से सुरक्षित है।भाजपा नेता कहते है कि कार्यकर्ता रीढ़ की हड्डी की तरह होती है।