श्रीनेत वंशी क्षत्रियों ने मां दुर्गा को स्वरक्त से की पूजा
गौरव सिंह,बांसगांव, गोरखपुर। नगर पंचायत बांसगांव में स्थित प्राचीन ऐतिहासिक दुर्गा मंदिर पर शारदीय नवरात्रि के महानवमी तिथि सोमवार को श्रीनेत वंशीय क्षत्रियों ने अपने कुलदेवी मां दुर्गा को स्वरक्त अर्पित कर मंगल कामना की।
मंदिर परिसर में हाथ में उस्तरा लिए पंक्ति बंद नाइयों से नवजात शिशु सहित युवा तथा बुजुर्ग श्रीनेत वंशियों ने अपने शरीर पर चीरा लगवाने से निकलने वाले रक्त को बेलपत्र पर उतार कर हर्षोउल्लास के साथ कुलदेवी के चरणों में अर्पित करने की देर शाम तक होड़ सी लगी रही।
मंदिर परिसर में चारों तरफ रक्त की बूंद से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो रक्त मां का पाव पखार रही हैं। श्रद्धालु चीरा लगे स्थान पर मंदिर परिसर में हवन कुंड से निकलने वाले भभूत को लगा रहे थे। भभूत लगाते ही रक्त बंद हो जा रहा था। ऐसा मान्यता है की नवमी तिथि को निष्क्रमण संस्कार के बाद बच्चों से लेकर युवा बुजुर्ग सभी अपने रक्त माँ दुर्गों के चरणों में अर्पित करते हैं। इस दौरान श्रद्धालुओं की जय घोष और घंट घड़ियाल की ध्वनियों से मां का दरबार मानो भक्ति के सागर में हिलोरे ले रहा था।
बताते चलें कि इस दौरान विवाहित पुरुष अपने शरीर के नव अंगों ललाट, दोनों छाती, दोनों भुजा,दोनों हाथ, एवं दोनों जांघों पर चीरा लगाकर मां के चरणों में रक्त अर्पित करते हैं।
इस वैज्ञानिक युग में श्रीनेत वंशियों द्वारा मां दुर्गा को स्वरक्त अर्पित करने परम्परा श्रद्धा और भक्ति प्रदर्शित कर रहा था।
मंदिर के पुजारी पंडित श्रवण कुमार पांडेय के अनुसार इस धार्मिक उत्सव के दौरान मंदिर के गर्भगृह में आयोजित होने वाली अनुष्ठान रमेश पांडेय, गोलू बाबा, चंद्पांडेय पांडेय, लल्लू बाबा, ने वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ विधि विधान से संपन्न कराया। अनुष्ठान के मुख्य यजमान की भूमिका नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि विजय कुमार सिंह बबलू ने निभाई।
इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि विजय कुमार सिंह बबलू, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष वेद प्रकाश शाही उर्फ पप्पू भैया, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि शिवाजी सिंह, समाजसेवी अमरजीत सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र सिंह, सभासद संजय सिंह, व्यापार मंडल अध्यक्ष अजय सिंह, कृष्ण गोपाल सिंह सन्नी, देवव्रत सिंह, शेखर सिंह, आशीष सिंह, गौरव कुमार सिंह, विजेंद्र सिंह लखन, विशेष सिंह, सूर्य प्रताप सिंह एडवोकेट, आलोक सिंह पीयूष सिंह बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।