गोरक्षनगरी में बनेगा पूर्वांचल का पहला स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय रंग लाई सदर सासंद रवि किशन शुक्ला की पहल,
गोरखपुर/ स्वतंत्रता संग्राम में पूर्वांचल के योगदान से नई पीढ़ी रूबरू हो सके। यहां के उन बलिदानियों की वीरगाथा को जानकर गर्व कर सके,जिन्होंने आजादी के लिए खुद को कुर्बान कर दिया लेकिन अबतक उन्हें पहचान नहीं मिल सकी है।
इसके लिए चौरी चौरा जैसी युगांतकारी की घटना की गवाह गुरु गोरक्षनाथ की धरती पर प्रदेश का तीसरा और पूर्वांचल का पहला स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय स्थापित होने जा रहा है। मेरठ और शाहजहांपुर के बाद गोरखपुर में स्थापित होने वाले इस संग्रहालय को लेकर संस्कृति विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। एयरपोर्ट के सामने इसके लिए डेढ़ एकड़ जमीन भी चिन्हित कर ली गई है। प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है।
गोरखपुर में स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय स्थापित करने के लिए बीते वर्ष 15 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सदर सांसद रवि किशन शुक्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। पत्र के जरिए उन्होंने 1857 के पहले स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आजादी के दिन तक पूर्वांचल के रणबाकुरों के योगदान की जानकारी प्रधानमंत्री को दी थी। सांसद के पत्र का संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय से जब इस बाबत प्रदेश शासन को पत्र आया तो शासन की सक्रियता बढ़ गई।
मुख्य सचिव ने जिला प्रशासन और संस्कृति विभाग को पत्र लिखकर इस दिशा में कार्य आगे बढ़ाने का निर्देश दिया। शासन का निर्देश मिलते ही जिलाधिकारी ने यह जिम्मेदारी संस्कृति विभाग को सौंपी। संस्कृति विभाग ने मंथन के बाद एयरपोर्ट के सामने खाली पड़ी नगर निगम की जमीन को संग्रहालय की स्थापना के लिए चिन्हित कर लिया। संस्कृति विभाग की पूरी कोशिश है कि इस वर्ष 15 अगस्त तक इसका शिलान्यास हो जाए। सांसद रवि किशन ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है। कहा है कि इसकी स्थापना में धन की कमी नहीं आने दी जाएगी।
अभिलेख,रिलीफ पेंटिंग, डाक्यूमेंट्री के जरिए दिखाएंगे बलिदानियों का योगदान. संग्रहालय में आधा दर्जन से अधिक गैलरी बनाने की योजना है,जिसमें अभिलेख, रिलीफ पेंटिंग और डाक्यूमेंट्री के जरिए स्वतंत्रता संग्राम में बलिदानियों के योगदान की जानकारी लोगों को दी जाएगी।उन बलिदानियों के बारे में जानकारी देने पर विशेष जोर होगा,जिनके योगदान की जानकारी से पूर्वांचल के लोग अबतक वंचित है।आजादी से जुड़ी पूर्वांचल की प्रमुख घटनाओं की कला के विभिन्न माध्यमों की प्रस्तुति संग्रहालय में की जाएगी।
राजकीय बौद्ध् संग्रहालय के उप निदेशक डॉ.मनोज कुमार गौतम ने बताया कि सांसद रवि किशन की पहल पर पूर्वांचल में स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह संग्रहालय निश्चित रूप से पूर्वांचल को लोगों को ऐतिहासिक जानकारी से समृद्ध् करेगा। पूरी कोशिश होगी कि स्वतंत्रता संग्राम की घटनाओं को आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया जाए, जिससे लोगों घटनाओं को जानने-समझने में परेशानी न हो।