काकोरी कांड की वर्षगांठ पर उपजिलाधिकारी ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि,
नौतनवा महराजगंज: शहीदों की मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का बाकी यहीं निशां होगा।
काकोरी कांड ने भारत के नवयुवकों में एक नया जोश भर दिया और यही जोश भारत के स्वतंत्रता आंदोलन देश की आजादी के लिए मर मिटने के जज्बे के रूप में इस देश के सामने आया। अंततोगत्वा यह वातावरण बना जिसने देश को स्वतंत्र करा कर हमें मुक्ति की सांस लेने का सौभाग्य दिया।
सोमवार को उपजिलाधिकारी राम सजीवन मौर्य ने काकोरी घटना की 97 वीं वर्षगांठ पर देश की स्वाधीनता के लिए स्वयं को बलिदान करने वाले अमर शहीदों को नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपजिलाधिकारी ने शहीद पूरन बहादुर थापा के भाई अशोक थापा तथा अन्य अतिथियों द्वारा अमर ज्योति जलाया। नगर के सपूत कारगिल शहीद पूरन बहादुर थापा की प्रतिमा पर माल्यार्पण व श्रद्धासुमन अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
क्षेत्राधिकारी कोमल प्रसाद मिश्र ने कहा कि काकोरी की घटना ने अंग्रेजो को झकझोर दिया और उनको यह याद दिलाया की क्रांतिकारी उनसे लोहा लेने के लिए हर तरीके अपना सकते हैं। पालिका अध्यक्ष ने कहा कि काकोरी कांड के लिए अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह व अशफाक उल्ला खां के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। अधिशासी अधिकारी वीरेन्द्र कुमार राव ने बताया कि आज के युवाओं को देश की आजादी के दीवानों से सिख लेने की जरूरत हैं।
इस मौके पर तहसीलदार रामानन्द त्रिपाठी, थानाध्यक्ष राजेश पांडेय, हरि बहादुर गुरुंग, तूल बहादुर थापा, मनोज थापा, चौकी प्रभारी छपवा गौरव यादव,शाहनवाज खान, प्रमोद पाठक, राजकुमार गौड़,रईस कुरैशी,खुर्शेद आलम, अनुज राय,लेखपाल कृष्ण मोहन, एनसीसी कैडेट्स,मीडिया कर्मी आदि मौजूद रहे।