ओडिशा रेल हादसा सिस्टम से जानबूझकर छेड़छाड़ का दावा इसलिए CBI जांच हादसे के 51 घंटे बाद ट्रैक शुरू भावुक रेलमंत्री हाथ जोड़े दिखे

आज कोरोमंडल भी गुजरी*ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे की शुरुआती जांच में पता चला है कि सिस्टम से जानबूझकर छेड़छाड़ की गई है। न्यूज एजेंसी PTI ने रेलवे के सूत्रों के हवाले से दावा किया कि एक्सीडेंट इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में गड़बड़ी से हुआ। बिना छेड़छाड़ के यह संभव ही नहीं है कि मेन लाइन के लिए निर्धारित रूट लूप लाइन में बदल जाए। रेलवे सुरक्षा आयुक्त पहले से ही घटना की जांच कर रहे हैं। शुरुआती जांच में कई फैक्ट और जानकारियां निकलकर सामने आई हैं। इसी के बाद CBI जांच की जरूरत महसूस हुई, लिहाजा सरकार ने CBI से जांच की सिफारिश की।हादसे वाले ट्रैक की मरम्मत का काम पूरा हो गया है। हादसे के 51 घंटे बाद रविवार रात को इस ट्रैक से जब पहली ट्रेन रवाना की गई, तब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव हाथ जोड़कर खड़े दिखे। उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई। हमारा लक्ष्य लापता लोगों को खोजना है। यह कहकर वे भावुक हो गए। रेल मंत्री हादसे के बाद से ही बालासोर के बहानगा बाजार स्टेशन पर राहत-बचाव और ट्रैक रिपेयरिंग की निगरानी किए।सीबीआई ने बालासोर ट्रेन हादसे में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रोसेस के अनुसार, CBI ने स्थानीय पुलिस में दर्ज FIR पर फिर से केस दर्ज किया। अब एजेंसी अपनी जांच के बाद चार्जशीट और FIR में नाम जोड़ या हटा सकेगी। CBI की 10 सदस्यीय टीम ने मंगलवार को हादसे वाली जगह का दौरा किया। उधर, हादसे में मरने वाले 278 लोगों में से 101 शवों की पहचान नहीं हो पाई है।DRM भुवनेश्वर रिंकेश रॉय ने आज बताया कि घायल 1100 लोगों में से 900 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। राज्य के विभिन्न अस्पतालों में करीब 200 लोगों का इलाज चल रहा है। बहानगर बाजार स्टेशन के पास शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के ट्रिपल ट्रेन हादसे के चार दिन बाद आज चेन्नई से डाउन ट्रेन 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दुर्घटना स्थल से गुजरी। जैसे ही ट्रेन गुजरी, बड़ी संख्या में लोग ट्रेन को देखने पहुंचे।