जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी और एचडब्लूसी पर आज मनेगा निक्षय दिवस

निक्षय दिवस मनाने के सीएमओ ने जारी किया दिशा-निर्देश
स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के साथ बैठक कर बनाई गई रणनीति
नसरुल्लाह अंसारी,कुशीनगर।
जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर ( एचडब्लूसी) हर माह की 15 तारीख को निक्षय दिवस मनाया जाएगा। किसी महीने में 15 तारीख को अवकाश की स्थिति में निक्षय दिवस अगले कार्य दिवस पर मनाया जाएगा। निक्षय दिवस को प्रभावी ढंग से मनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के सम्बन्धित अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक की जा चुकी है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अर्पणा उपाध्याय ने इस बारे में प्रदेश के सभी जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र जारी किया है।
पत्र के माध्यम से मिशन निदेशक ने अवगत कराया है कि टीबी एक प्रमुख सामाजिक समस्या है। भारत विश्व के 20 फीसद रोगियों के साथ सबसे अधिक टीबी ग्रसित व्यक्तियों का देश है। प्रदेश में क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 5.5 लाख अधिसूचना का लक्ष्य है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए ही प्रदेश की स्वास्थ्य इकाईयों पर सामुदायिक प्रयास की जरूरत है।
देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से नित नए कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं । इसी क्रम में निर्णय लिया गया है कि टीबी मरीजों की शीघ्र पहचान, गुणवत्तापूर्ण इलाज और योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हर माह की 15 तारीख को स्वास्थ्य इकाईयों पर निक्षय दिवस मनाया जाए।
पत्र की पुष्टि करते हुए सीएमओ डाॅ.सुरेश पटारिया ने कहा कि निक्षय दिवस पर ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या के सापेक्ष 10 प्रतिशत मरीजों की बलगम जांच कराई जाए। सम्भावित टीबी रोगियों की सूची के अनुसार उनके एचआईवी और मधुमेह की भी जांच कराई जाए। सम्भावित क्षय रोगियों की जांच, काउंसिलिंग व उपचार के लिए काउंटर तथा बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि आशा द्वारा समस्त सम्भावित क्षय रोगियों की सूची तैयार कर संगिनी और सीएचओ के माध्यम से सम्बंधित वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक ( एसटीएस) को उपलब्ध कराई जाएगी। एसटीएस सम्भावित क्षय रोगियों की जांच कराकर रिपोर्ट सीएचओ को उपलब्ध कराएं।
सभी एसटीएस निक्षय दिवस पर क्षय मरीजों के लम्बित प्रोत्साहन राशि का भुगतान सुनिश्चित कराएं। निक्षय पोर्टल के अनुसार उपचार प्राप्त क्षय रोगियों एवं उनके प्राइवेट प्रैक्टिसनर की सूची तैयार कर जिन प्राइवेट प्रैक्टिसनर का प्रोत्साहन राशि नहीं दिया गया है उनको निक्षय पोर्टल द्वारा भुगतान किया जाए।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से जुड़ी आशा कार्यकर्ता द्वारा अपने सम्बंधित क्षेत्र में घर-घर भ्रमण कर सम्भावित टीबी मरीजों की सूची तैयार की जाएगी। उन सम्भावित टीबी रोगियों को नजदीक के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर लाया जाएगा। सीएचओ द्वारा उन सम्भावित टीबी रोगियों की प्रारंभिक जांच ( उपलब्धता के आधार पर) एचआईवी, मधुमेह व अन्य जांच सुनिश्चित की जाएगी। उनके बलगम का नमूना संग्रह किया जाएगा। नमूनों की जांच के लिए नजदीक के टीबी जांच केन्द्र पर भेजा जाएगा।
सीएचओ द्वारा टीबी जांच के परिणाम के सम्बंध में रोगियों को सूचित किया जाएगा। टीबी के धनात्मक मरीजों के परिवार के अन्य सदस्यों की भी टीबी स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जाएगी। आशा कार्यकर्ता अपने आवंटित क्षेत्र के सभी नए पुराने क्षय रोगियों के बैंक खाते का विवरण निक्षय दिवस पर आशा संगिनी को उपलब्ध कराएंगी। संगिनी इसे निक्षय पोर्टल पर फीड करने के लिए एसटीएस को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगी।
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम समन्वयक अनुपम ने बताया कि
निक्षय दिवस को प्रभावी ढंग से मनाने के लिए जिले के सभी जनपद स्तरीय अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक केन्द्र तथा सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर निक्षय निक्षय दिवस मनाने के लिए जिला क्षय रोग केन्द्र पर तैयारी बैठक हो चुकी है। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की भी सम्बंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर बैठक हो चुकी है।