नगर पंचायत अध्यक्ष परतावल की पहली कमान संभालेगी नारी शक्ति

राम प्रवेश उपाध्याय
परतावल/महराजगंज जिले के नगर पंचायत परतावल में आगामी निकाय चुनाव के आरक्षण आते ही सहगर्मिया तेज हो गई है और पहली बार हो रहे नगर पंचायत के चुनाव को लेकर काफी गहमागहमी भी है हर प्रत्याशी अपना अपना वोट बैंक की गुणा गणित बैठाने में लगे है।महराजगंज जिले की आठ नगर पंचायतों में से जिन पांच सीटों को महिलाओं के लिए आरक्षित की गयी हैं उनमें से एक परतावल ‘भी शामिल है। अब नवसृजित नगर पंचायत परतावल में पहली बार महिलाओं के हाथों में नगर पंचायत अध्यक्ष का कमान होगा। वही यह देखना दिलचस्प होगा कि यह सेहरा किसके माथे पर सजेगा।
पांच दिसम्बर 2022 को जारी आरक्षण सूची के बाद कल तक जिन पुरुष प्रत्याशियों का लाउडस्पीकर से प्रचार हो रहा था। वही कुछ महिला प्रत्याशियों के भी पोस्टर लगाकर प्रचार प्रसार करने में लगे थे अब वह बदल गया है। सभी प्रत्याशियों ने अब अपनी माँ या पत्नियों को आगे लाकर उनको चुनाव मैदान में प्रचार के लिए लगा दिया है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक किसी भी पुरूष प्रत्याशी के नये प्रचार कैसेट नहीं बज रहे थे।पहले से सिर्फ महिला प्रत्याशी शुभलक्ष्मी सिंह का ही नाम महिला प्रत्याशी में शामिल था लेकिन अब सभी महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में खुलकर आ गई है। शुक्रवार को पुरूष प्रत्याशियों के ही प्रचार कैसेट बजते सुने गये लेकिन सभी सम्भावित प्रत्याशियों ने तय कर लिया कि महिला सीट के रूप में आरक्षित हो जाने के कारण अब वे अपनी गृह लक्ष्मियों को ही चुनाव मैदान में उतारेंगे। राजनीतिक चेहरा पुरूष का ही रहेगा लेकिन प्रत्याशी के रूप में महिलाओं का राज रहेगा।
नगर पंचायत परतावल के अध्यक्ष के लिए यूँ तो कहें लगभग आधा दर्जन से अधिक लोग प्रत्याशी होने का दावा कर रहे हैं लेकिन उनमें से लगभग कुछ ही प्रत्याशियों के नाम जनता की जुबान पर अधिकतर सुने जा रहे हैं। उनमें क्रमशः अभी तक निर्दल प्रत्याशी के रूप में सतीश कुमार मधेशिया ने काफी धुंआधार प्रचार प्रसार किया है और दो बड़ी रैलियों में एक रैली अपनी पत्नी प्रियंका मधेशिया के साथ भी निकाल चुके है।वही प्रियंका मधेशिया 31 वर्ष पूर्व प्रधान भी रह चुकी है। अब देखना होगा कि आगे यह किसी पार्टी का दामन थामते है या निर्दल ही मैदान में उतरते है तो वही भाजपा से टिकट के सम्भावित प्रत्याशी पूर्व प्रमुख हरिशंकर वर्मा अपनी बहू पूनम वर्मा को प्रत्याशी बनाते है या पत्नी उर्मिला वर्मा जो कि पूर्व प्रमुख रह चुकी है इनको प्रत्याशी बनाते है । उनके यहां तीन बार प्रमुख पद के अलावा प्रधानी भी परिवार का हिस्सा रहा है। वही भाजपा के टिकट के संभावित उम्मीदवार रवि प्रकाश सिंह जो कि पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रह चुके है इनके घ्रर भी कई बार प्रधानी रह चुकी है इन्होंने कमान अपनी पत्नी दीपिका सिंह 34 वर्ष को सौप दिया है पहली बार चुनाव मैदान में है जो लगातार जनता के बीच वोट मांगती नजर आ रही है। वही भाजपा के टिकट के संभावित उम्मीदवार हिन्दू युवा वाहिनी के पूर्व जिला संगठन मंत्री एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य काशीनाथ सिंह काफी दिनों से राजनीति में लगे हुए है लेकिन उनकी पत्नी शोभा सिंह 30 वर्ष पहली बार चुनाव मैदान में भाग्य आजमाने जा रही है। शुरू से ही एक मात्र महिला प्रत्याशी के रूप में पहली बार शुभलक्ष्मी सिंह 42 वर्ष राजनीति के मैदान में है। इसके पहले इनके पति स्व0 कालिका सिंह परतावल ग्राम पंचायत की दो बार प्रधानी कर चुके है । उन्ही के साख पर शुभलक्ष्मी भी भाग्य आजमा रही है हालांकि यह भी भाजपा से टिकट की आस लगाये बैठी है । परतावल के स्टेट कहे जाने वाले प्रदीप कृष्ण त्रिपाठी की पत्नी कविता त्रिपाठी 46 वर्ष जो कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य रह चुकी है वह एक बार फिर से चुनाव मैदान में है देखना होगा कि यह किस पार्टी से आती है।जैसे ही यहां की सीट सामान्य महिला की हुई है कई समीकरण इधर से उधर होने के कयास लगाए जा रहे है।काफी समय से अध्यक्ष पद की तैयारी में लगे हुए प्रमोद जायसवाल भी जी तोड़ कोशिश कर रहे है उन्होंने भी निर्दल प्रत्याशी के रूप में अपनी अर्धगिनी सुनीता जायसवाल 36 वर्ष को रेस में उतार दिया है
कुछ प्रत्याशी अपने बल बुते निर्दल चुनाव लड़कर जीतने का दावा करते नजर आ रहे हैं। हालांकि अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई है लेकिन परतावल क्षेत्र में नगर पंचायत अध्यक्ष सहित सभी पन्द्रह वार्डो के प्रत्याशी जोर-शोर से चुनाव प्रचार में लग गये हैं। भाजपा सरकार में नव सृजित नगर पंचायतों में एक परतावल भी है जहाँ पहली बार मतदाता नगर पंचायत अध्यक्ष व सभासदों के चुनाव में वोट करेंगे। किसके सर पर होगा पहले नगर पंचायत अध्यक्ष का ताज यह तस्वीर अभी सभी प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशी घोषित होने के बाद ही साफ हो सकेगी।