उत्तरप्रदेशगोरखपुर
खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ सम्पन्न,
गोरखपुर। कचहरी क्लब टाउनहाल मैदान मे 16 से 30 नवम्बर तक चलने वाली खादी-ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का उद्घाटन महापौर सीताराम जायसवाल ने किया। खादी पर उन्होंने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि खादी हमारी स्वतंत्रता की री़ढ़ है। देश में पहले कपड़े पहनने के लिये नहीं होते थे, तो महात्मां गांधी जी ने खादी को एक अभियान के रूप मे चलाया, जिससे लोगों को घर पर ही रोजगार मिला एवं पहनने के लिये वस्त्र मिला। ब्रिटिश शासनकाल में अंग्रेज हमारे देश से कच्चे माल ले जाते थे और उसके बदले में तैयार वस्त्र भेजते थे, जो बहुत मंहगे होते थे। विशिष्ठ अतिथि नगर विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, की योजनाओं पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उ0 प्र0 सरकर द्वारा स्वरोजगार के क्षेत्र में चलाए गये योजनाओं की जानकारी दिया। प्रदर्शनी की अध्यक्षता पूर्व विधायक एवं उ0 प्र0 खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मा0 सदस्य लल्लन तिवारी जी ने किया। श्री तिवारी ने आज के युवा पीढ़ी को स्वरोजगार अपनाने का सलाह दिया। इण्डियन इन्स्टीच्यूट आफ नव्य इण्डिया तथा रंग थियेटर के तरफ से विवके श्रीवास्तव ने हंस वाहिनी ग्यान दायिनी एवं गउवाँ नगरिया के स्वच्छ तु बनावा तथा हमके गोरखपुर शहरिया घुमा द पिया जिया बहला द ना गाकर प्रदर्शनी में बैठे सैकड़ो की संख्या में श्रोतागण को भाव विभोर कर दिया। चंदन गोरखपुरी ने निमिया तरवा झूले, ली झूलनवा रे माई का भजन से शाम को रंगमई बना दिया। खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के प्रदर्शनी समिति के सदस्य महेन्द्र यादव, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी, कुशीनगर ए0के0पाल व जिला ग्रामोद्योग अधिकारी महराजगंज रामचन्द्र प्रसाद, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी देवरिया हरिनाथ राम तथा राम निवास गुप्ता दुर्गा प्रसाद गंगाधर दूबे, गरूणेश राय, मार्कण्डेय सिंह, विजय कुमार, राम किशोर, शिवेन्द्र सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
आयोजित मण्डलीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र, व काश्मीर, गुजरात के खादी वस्त्र, सिल्क, टसर. ऊनी वस्त्र, ऊनी सदरी, जैकेट, ऊनी शाल, बिहार (भागलपुर) की सिल्क चादरे, राजस्थान बीकानेर का पापड़ बड़ी भुजियाँ, नमकीन, प्रतापगढ़ का आँवला उत्पाद, कन्नौज के सुगन्धित धूपबत्ती व अगरबत्ती एवं आयुर्वेदिक औषधियाँ (जड़ी-बूटी), भदोही की दरी कालीन, लखनऊ की बुटिक, शुद्ध शहद, चर्म वस्तुएं, एवं अन्य ग्रामोद्योगी उत्पाद उपलब्ध है। प्रदर्शनी में अब तक कुल रू0 1.04 लाख की बिक्री हुयी है।
अंत में एन0पी0 मौर्य, उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी मण्डल द्वारा सभी आगन्तुको के प्रति आभार व्यक्त करते हुए गोरखपुर की जनता से प्रदर्शनी में आने व खरीदारी करने हेतु विशेष अपील किया।