जीडीए का अस्तित्व नष्ट, अवैध निर्माण स्वस्थ- शैलेंद्र मिश्र
गोरखपुर। Ndtv24 सम्वादाता की रिपोर्ट !
गोरखपुर लोकहितों के मुद्दे पर संगठन के चल रहे क्रमिक धरने के 22वें दिन एक यक्ष प्रश्न उठना लाजमी है कि क्या मुद्दे जनहित के नहीं हैं? और यदि वास्तव में जनहित के मुद्दे हैं तो सवाल यह उठता है कि जीडीए के आकंठ डूबे भ्रष्टाचार में जिला प्रशासन सराबोर तो नहीं?
उपरोक्त सभी यक्ष प्रश्न गंभीर चिंतन का विषय हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता गिरिजेश शुक्ला ने कहा कि शासन प्रशासन की खामोशी संवेदनहीनता के विरुद्ध कतिपय बार समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों के अनुरूप संगठन द्वारा दिए गए चेतावनी के उपरांत भी व्यवस्था के पोषकों को चिर निद्रा से न जगने के परिणाम स्वरूप संगठन के नेतृत्व में कार्यकर्ता व जनसामान्य व संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा भ्रष्टाचार में मशगूल जीडीए को सही दिशा में लाने के उद्देश्य से शासन का ध्यान आकृष्ट किया गया है। उक्त के क्रम में संगठन के संरक्षक डॉक्टर पी एन भट्ट ने कहा कि वर्तमान सरकार में लोकतांत्रिक व्यवस्था व मूल्यों का अस्तित्व खतरे में है वर्तमान कार्यशैली से शासन प्रशासन के प्रति जनता में एक आक्रोश उत्पन्न हो रहा है जिसके परिणाम भयावह हो सकते हैं।
शिक्षक संघ के नेता जेपी नायक ने कहा कि नित्य लोकतांत्रिक मूल्यों का हो रहे छरण लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है।
संगठन के आईटी सेल उत्तर प्रदेश प्रभारी अमरजीत यादव ने कहा कि लोकतंत्र में चुनी गई सरकारें लोक कल्याणकारी नीतियों का संचालन करने के उद्देश्य से बनाई बनाई जाती हैं लेकिन वर्तमान सरकार की कार्यशैली लोक विरोधी कार्यशैली से कम नहीं है उक्त गतिविधियों पर अंकुश लगाए जाना लोकतंत्र के जनक आम जनता का दायित्व है जिसका नेतृत्व संगठन कर रहा है।
व्यापारी नेता सुरेश अग्रहरि ने संगठन के इस उत्कृष्ट कार्य का भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि संगठन के इस कार्यशैली से शासन और प्रशासन को सीख लेनी चाहिए और शर्म करना चाहिए कि सामाजिक कार्यकर्ताओं को इतने लंबे समय तक उपेक्षित रखने के लिए शर्मसार होना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विपुल मिश्रा एवं जिला मीडिया प्रभारी जिला में एस के माथुर ने कहा कि लोक हित के मुद्दों पर संगठन का लंबे समय से चल रहे क्रमिक धरना व उक्त के क्रम में निकली मशाल जुलूस चीख चीख कर कह रही है कि मूल धारा से विरत व्यवस्था के पोशाकों के लिए एक नजीर साबित होगा।
मशाल जुलूस के रूप में प्रतीकात्मक प्रतिकार यात्रा मंडलायुक्त/अध्यक्ष गोरखपुर विकास प्राधिकरण के कार्यालय से अंबेडकर चौक,शास्त्री चौक से होते हुए कचहरी चौक व चेतना तिराहा पर पहुंचकर आम जनमानस को संबोधित करते हुए शैलेंद्र कुमार मिश्र ने 24 बिंदुओं का ज्ञापन पंजीकृत डाक के माध्यम से मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन को प्रेषित करते हुए चेतावनी दिया कि जब तक मांगों के अनुरूप व्यवहारिक रूप में अवैध निर्माण व अवैध संचालन के विरुद्ध निर्धारित नियमों के अनुरूप सील बंद व ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं किया जाएगा तब तक मंडलायुक्त/ अध्यक्ष विकास प्राधिकरण गोरखपुर के कार्यालय पर क्रमिक धरना जारी रहेगा।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संरक्षक डा. पी.एन. भट्ट, संस्थापक महासचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र, अधिवक्ता गिरिजेश शुक्ला,प्रदेश सचिव उ.प्र. व राष्ट्रीय संयुक्त अधिवक्ता मंच के वरिष्ठ अधिवक्ता अनुप मिश्रा, अशोक तिवारी दिवानी बार गोरखपुर, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विपुल मिश्रा, प्रदेश आई.टी. सेल प्रभारी अमरजीत यादव, आईटी सेल सदस्य धर्मराज यादव, दुर्गेश यादव, दिनेश यादव, वरिष्ठ कार्यकर्ता जियाउद्दीन अन्सारी, वरिष्ठ वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश शुक्ला कमिश्नरी बार गोरखपुर, अनूप कुमार मिश्रा एडवोकेट स्नेहा मिश्रा एडवोकेट दीवानी कचहरी गोरखपुर विरेन्द्र कुमार वर्मा, विरेन्द्र राय, जिला मंत्री रामचन्दर दूबे, जिला संयोजक राजमंगल गौर, जिला मीडिया प्रभारी शशी कांत, गोकुल गुप्ता जनपद कुशीनगर सूर्य देव शर्मा, सतीश कुशवाहा, अजय, जाहिद अली, मजहर उर्फ लाड़ले, नानू अंसारी, बृजराज सैनी, अमर सिंह, अजय कुमार सिंह, उमाशंकर मझवार, विनोद एडवोकेट कमिश्नर ई बार गोरखपुर शंभू सिंह श्रीनेत, दुर्ग विजय गौड़ एडवोकेट दिवानी बार गोरखपुर संजय गुप्ता, रुपेश शुक्ला, श्याम जी मद्धेशिया, महेंद्र मोहन तिवारी, सतीश मौर्या, विशाल, आदर्श, सत्येंद्र यादव, राजेश कुशवाहा, वंश गुप्ता, गोलू, वृंदावन शर्मा, सतीश चन्द्र कुशवाहा, राजकुमार यादव,राजा राम यादव और जय बहादुर इत्यादि भारी संख्या में मशाल लिए लोग उपस्थित रहे।