धरना के चौथे दिन दिवंगत एएनएम को दी गई नम्र श्रद्दांजलि
श्रद्धांजलि के दौरान भावुक हुईं एनएचएम कर्मी, महराजगंज राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ राज्य कार्यकारिणी के आह्वान पर जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा और महामंत्री प्रज्ञानंद के नेतृत्व में शुक्रवार को जिले के विभिन्न स्वास्थ्य इकाइयों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर चौथे दिन भी धरना दिया। धरना कुछ घंटे ही चला था कि वहां पर प्रशासनिक अफसर पहुंच गए और उन्होंने बिना अनुमति संविदा कर्मचारियों को धरना करने पर चेतावनी दी उन्होंने कहा कि आपको धरना करना है तो अनुमति लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर कीजिए जिसको लेकर जिला प्रतिनिधित्व कर रहे जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा ने प्रशासनिक अफसरों से कहा कि हमारी दिवंगत एएनएम की आज श्रद्धांजलि सभा आयोजित थी। हम सब श्रद्धाजंलि देकर। आगे की रणनीति के लिए प्रदेश नेतृत्व का इंतज़ार करेंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को अनुमति के लिए पत्र भेज दिया है जैसे ही अनुमति होती है धरना स्थल परिवर्तित कर दिया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर धरने में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घुघली की दिवंगत एएनएम खुशबू यादव को कैंडल जलाकर एवं 2 मिनट का मौन रखकर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई इस दौरान धरना दे रही समस्त एएनएम भावुक हो गईं उन्होंने कहा कि उनके सेवाभाव को हमेशा याद रखा जाएगा। जिस तरह से उन्होंने अपने कर्तव्यों व दायित्वों का निर्वहन किया, वह अपने आप में मिशाल है। इस दौरान महिला कर्मियों ने कहा कि सरकार को हमारी मांगे मान लेनी चाहिए। हम अल्प वेतनभोगी कर्मचारी हैं हम अपने गृहजनपदों से 700 700 किलोमीटर दूर यहां पर नौकरी कर रहे हैं अल्प वेतनभोगी कर्मी अपने घर परिवार माता-पिता से दूर कैसे गुजारा कर सकता है सरकार को हमारी बात सुनकर या तो हमारा गृह जनपद स्थानांतरण करना चाहिए या हमको परमानेंट कर देना चाहिए। जिससे हम अपने परिवार का गुजारा अच्छे से कर सकें। उन्होंने कहा कि हमारी मांगे जायज हैं हमने कोविड-19 में सरकार का सहयोग किया है। अब सरकार को भी हमारी बातें मान लेनी चाहिए कहीं ना कहीं हमारी दिवंगत एएनएम जो आगरा निवासी थी वह भी गृह जनपद स्थानांतरण की लगातार मांग कर रही थी। गृह जनपद स्थानांतरण ना होने से हमारे परिवार में गृह कलह की स्थिति उत्पन्न हो जाती है वही स्थिति आगे चलकर ऐसे कारण उत्पन्न कर देते हैं जिससे परिवार में असमंजस की स्थिति पैदा हो जाती है। हम सभी एनएचएम कर्मी सरकार से गुजारिश कर रहे हैं कि हमारा स्थानांतरण कर दिया जाए यह हम को परमानेंट कर दिया जाए।