सीएम सिटी में भ्रष्ट लोकसेवकों का भयमुक्त तांडव
गोरखपुर। बेहद हास्यप्रद विषय है कि प्रदेश में भय और हिंसामुक्त समाज के साथ विकास की गंगा बहने का दावा किया जा रहा है और सीएम सिटी में क्रूर भ्रष्ट लोकसेवकों के तांडव की शिकार महिला आत्महत्या करने पर विवश है और भ्रष्टाचार के तांडवकारी अपने अपराध को छिपाने के उद्देश्य से महिला को अंग्रेजी प्रावधानों का शिकार बनाते हैं।
उपरोक्त टिप्पणी शनिवार को अध्यक्ष विकास प्राधिकरण/मण्डलायुक्त कार्यालय पर चल रहे सत्याग्रह संकल्प के 75 वें दिन अपने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र ने कही उन्होनें कहा कि अब यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि शायद सीएम महोदय कोे मूल रूप से वस्तु स्थिति की जानकारी नहीं है या उसे नजरअंदाज कर भयमुक्त, हिंसामुक्त, विकास की गंगा बहाने का कथित दावा करते हुए आत्मा वीरगाथा में मशगूल है अगर ऐसा न होता तो लोकहित के मुद्दे पर अध्यक्ष विकास प्राधिकरण मंडलायुक्त गोरखपुर के कार्यालय पर 75 दिनों से क्रमिक धरना पर बैठने के लिए मानवाधिकार कार्यकर्ता को विवश न होना पड़ता जबकि मुद्दा सीएम सिटी में विनाश रूपी विकास प्राधिकरण के संरक्षण में निर्धारित मानक व प्रक्रिया के विपरीत आवासीय क्षेत्र में अवैध हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, मॉल, होटल्स, बगैर पार्किंग के निर्मित व संचालित होने का है। अब यक्ष प्रश्न यह बना हुआ है कि यदि सीएम सिटी में अवैध निर्माण व संचालन का स्वरूप ऐसा है तो प्रदेश के अन्य जनपदों में विकास प्राधिकरण की स्थिति क्या होगी? ऐसी स्थिति में यदि भय, हिंसा मुक्त, विकास की गंगा बहाने का स्वरूप यह है तो, भययुक्त, हिंसा युक्त, विनाश की गंगा का स्वरूप कैसा होगा? कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संरक्षक डा. पी.एन. भट्ट, संस्थापक महासचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र, अधिवक्ता गिरिजेश शुक्ला, डॉक्टर सत्य प्रकाश पाठक पूर्व उपाध्यक्ष गोरखपुर दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, प्रदेश सचिव उ.प्र. व राष्ट्रीय संयुक्त अधिवक्ता मंच के वरिष्ठ अधिवक्ता अनुप मिश्रा, अशोक तिवारी दिवानी बार गोरखपुर, योगेन्द्र कुमार मिश्रा एडवोकेट महामंत्री जिला कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन, हरे राम पांडे एडवोकेट उच्च न्यायालय प्रयागराज, वीरेंद्र कुमार उपाध्याय एडवोकेट, रामनिवास गुप्ता, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विपुल मिश्रा, प्रदेश आई.टी. सेल प्रभारी अमरजीत यादव, आईटी सेल सदस्य धर्मराज यादव, दुर्गेश यादव, दिनेश यादव, वरिष्ठ कार्यकर्ता जियाउद्दीन अन्सारी, वरिष्ठ वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश शुक्ला कमिश्नरी बार गोरखपुर, अनूप कुमार मिश्रा एडवोकेट स्नेहा मिश्रा एडवोकेट दीवानी कचहरी गोरखपुर विरेन्द्र कुमार वर्मा, जियाउद्दीन अंसारी, विरेन्द्र राय, जिला मंत्री रामचन्दर दूबे, जिला संयोजक राजमंगल गौर, जिला मीडिया प्रभारी शशी कांत, गोकुल गुप्ता जनपद कुशीनगर सूर्य देव शर्मा, सतीश कुशवाहा, अजय, जाहिद अली, नानू अंसारी, बृजराज सैनी, संतोष गुप्ता, अमर सिंह, अजय कुमार सिंह, उमाशंकर मझवार, कमिश्नर बार के गोरखपुर शंभू सिंह श्रीनेत, दुर्ग विजय गौड़ एडवोकेट दिवानी बार गोरखपुर संजय गुप्ता, रुपेश शुक्ला, श्याम जी मद्धेशिया, महेंद्र मोहन तिवारी, सतीश मौर्या, विशाल, आदर्श, सत्येंद्र यादव, राजेश कुशवाहा, वंश गुप्ता, गोलू, वृंदावन शर्मा, सतीश चन्द्र कुशवाहा, राजकुमार यादव, राजा राम यादव और जय बहादुर इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।