साफ सफाई के अभाव में पंचायत भवन हुआ कूड़ाघर में तब्दील,
सरकार के उद्देश्यों पर पलीता लगा रहे ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव
लक्ष्मीपुर महराजगंज,लक्ष्मीपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत में मिनी सचिवालय के नाम से जाना जाने वाला पंचायत भवन जिम्मेदारों की उपेक्षा के चलते बदहाल हो गया हैं जिन ग्राम पंचायतों में भवन नहीं है वहां शासन इनके निर्माण पर ग्राम पंचायतों के खाते में धन भेज रहा है लेकिन ग्राम पंचायत मानिक तलब में ऐसा पंचायत भवन है जो अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रहा हैं जो देखरेख के अभाव व जिम्मेदारों की लापरवाही की वजह से कूड़ा घर जैसा नजर आ रहा हैं। कमरों की फर्श पर टाइल्स भी नही लगा है। रखरखाव व देखरेख के अभाव से कमरों में कूड़े के ढेर लगें हैं। फ़ोटो में स्पष्ट नज़ारा दिख रहा है कि किस तरह पंचायत भवन के अंदर धूल धक्कड़ इकट्ठा है ऐसे में सरकार के उद्देश्यों पर जिम्मेदार पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। पंचायत भवन का परिसर कूड़े के ढेर में तब्दील हो रहा है। वही ग्रामीणों की माने तो ग्राम पंचायत भवन कई वर्षों पहले बनकर तैयार हो गया था इसके बाद कुछ वर्षों बाद उसका लाखों रुपए खर्च कर जीर्णोद्धार भी किया गया लेकिन अभी तक उसका कोई उपयोग नहीं हुआ।
सचिव पवन कुमार सिंह का गैर जिम्मेदाराना बयान
पंचायत भवन को हाईटेक करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कम्प्यूटर, टेबल, कुर्सी, स्टील अलमारी व दरी आदि सामग्री की खरीद भी की गई। लेकिन पंचायत भवन में कोई सामान उपलब्ध नही पाया गया। आखिरकार हजारो का सामान गया कहा ? यह संम्बंधित अधिकारियों के जाँच का विषय हैं। इस संबंध में जब सचिव पवन सिंह से फोन पर बात की गई। तो उन्होंने गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा जो लिखना हो लिख दीजिए। यह कह के फोन काट दिया। इस प्रकरण में जब मुख्य विकास अधिकारी महराजगंज से बात की गई। तो उन्होंने कहा जाँच कर कार्यवाई की जाएगी।यदि शासकीय धन का दुरुपयोग पाया गया तो जिम्मेदारों को हरगिज बक्सा नही जाएगा।