डॉ शैलेंद्र मणि त्रिपाठी ने आचार्य के पद पर दिया योगदान
बोधगया। मगध विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंपर्क विभाग के समन्वयक तथा कई पदों पर अपनी उत्कृष्ट सेवा दे रहे डॉ शैलेंद्र मणि त्रिपाठी ने डॉ बी आर अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय इंदौर में आचार्य के पद पर योगदान दिया। योगदान से पूर्व उन्होंने बाबासाहेब के प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।
डॉ.बी.आर.आंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, इंदौर में बाबू जगजीवन राम पीठ के नवनियुक्त प्रोफेसर के रूप में गुरुवार को डॉ.शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी ने अपना कार्यभार ग्रहण किया। डॉ.शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी भारत के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार हैं और दैनिक जागरण के पूर्व संपादक,प्रबंधक और मुद्रक रह चुके हैं। वर्तमान में डॉ.त्रिपाठी भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय के वरिष्ठ सदस्य के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्हे पत्रकारिता के क्षेत्र का लगभग 35 वर्षों का अनुभव है। बाल जीवन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयं सेवक हैं। अब तक उनकी लगभग एक दर्जन से अधिक विभिन्न क्षेत्रों में लिखित पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। आपकी ख्याति साहित्य, समाज, संस्कृति, धर्म एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में विशेष रूप से है। उन्हें अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। मगध विश्वविद्यालय में अपनी सेवा के दौरान कोरोना के द्वितीय चरण में शैक्षिक गतिविधियों को जीवंत रखने का कार्य किया और विभिन्न विषयों पर वेबिनर का एक रिकार्ड कायम किया। जिसमे देशभर के विश्वविद्यालयों के कुलपति और विशेषज्ञों के विचार प्राप्त हुए। देश की राजनीति से लेकर पर्यावरण संरक्षण, वैश्विक तपन, पोस्ट कोविड मानव की स्थिति प्रमुख थी। मूलतः गोरखपुर से शैक्षिक योग्यता प्राप्त करने के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और राष्ट्रवाद के परीधि में सांस्कृतिक मूल्यों के संवर्धन कार्यक्रम की तारतम्यता बनाई। लोक संस्कृति को बढ़ावा दिया। इसी का परिणाम है कि उन्हें सम्मानित पद पर सेवा का अवसर मिला है।