भारत को कुपोषण से मुक्त देश बनाना है : डॉ राजेंद्र प्रसाद

बोधगया।
दिनांक 11/9/ 2021 आरएमडब्ल्यू कॉलेज नवादा के गृह विज्ञान विभाग द्वारा तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी मॉलन्यूट्रिशन एंड नॉनकम्युनिकेबल डिजीज: पर्सपेक्टिव एंड डायमेंशन विषय पर आयोजित किया गया l कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मगध विश्वविद्यालय बोधगया के कुलपति प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद ने कार्यक्रम के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान समय में कुपोषण एक गंभीर समस्या बन कर उभर रहा है कि यदि भारत को विश्व शक्ति के रूप में स्थापित करना है तो भारत से कुपोषण की समस्या को जड़ से समाप्त करना होगा और यह तभी संभव है जब आज पूरा समाज पोषण के प्रति जागरूक होगा l कुपोषण केवल भोजन में पोषक तत्वों की कमी नहीं है बल्कि जब हम आवश्यकता से अधिक तथा असंतुलित मात्रा में भोजन का सेवन करते हैं तो मोटापा जैसी गंभीर बीमारियां उत्पन्न होती है जो कुपोषण का एक रूप है, और यही कारण है कि आज की अधिकांश युवा पीढ़ी कम आयु में ही हार्ट अटैक, किडनी रोग तथा एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित है l आवश्यकता है तो अपने जीवनशैली में सुधार लाने की और पोषण जैसे गंभीर विषय पर जागरूकता बढ़ाने की l तभी भारत में कुपोषण एवं संक्रमित बीमारियों को कम किया जा सकता है l कार्यक्रम के शुभारंभ में मगध विश्वविद्यालय बोधगया के स्नातकोत्तर गृह विज्ञान की सहायक प्राध्यापिका डॉ दीपशिखा पांडे ने इस वर्ष के पोषण माह के थीम ईट स्मार्ट राइट फ्रॉम द स्टार्ट विषय से परिचित कराते हुए इस संदर्भ में अपना आधार वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए कहा कि पहले पोषण सप्ताह का आयोजन किया जाता था परंतु पोषण की गंभीरता को देखते आज संपूर्ण भारत में इसे पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है और इसी महत्वपूर्ण विषय पर जागरूकता लाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है l डॉक्टर पांडे ने पोषण के महत्व की जानकारी देते हुए कहा कि यदि हमें कुपोषण से बचाव करना है तो अपनी थाली को इंद्रधनुष्य बनाना होगा जिसमें शरीर की आवश्यकता के अनुसार सभी पोषक तत्व उपस्थित हो l कार्यक्रम की संयोजिका डॉ स्मिता कुमारी ने तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में उपस्थित सभी अतिथिगणों का परिचय कराते हुए इस महत्वपूर्ण विषय के उद्देश्य से सभी को परिचित कराया l कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन के रूप में भीमराव अंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी लखनऊ के गृह विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रोफेसर सुनीता मिश्रा ने कुपोषण के कारण को स्पष्ट करते हुए कहा कि पोषण संबंधी जागरूकता का अभाव, खानपान संबंधी लापरवाही, जंक फूड और फास्ट फूड के सेवन से हम स्वयं अपने शरीर को रोग ग्रस्त बनाने का कार्य कर रहे हैं l इसलिए इस पोषण माह में आवश्यक है कि हम जन जन में पोषण के प्रति , कुपोषण के प्रति लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास करें l कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ विनीता कुमारी में फूड एंड न्यूट्रिशन : सिक्योरिटी थ्रू अर्बन एग्रीकल्चर पर अपना पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से व्याख्यान प्रस्तुत किया l कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एस के मिश्रा ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित करके किया l कार्यक्रम में मगध विश्वविद्यालय के पी आर ओ डॉक्टर शैलेंद्र मणि त्रिपाठी ने इस प्रकार के आयोजन की भूरी भूरी प्रशंसा की और कहा की शिक्षा के माध्यम से ही हम समाज में जागरूकता लाने का प्रयास कर सकते हैं l कार्यक्रम में अधिक संख्या में प्रतिभागीगढ़ ,शोध छात्राएं एवं नोडल ऑफिसर डॉ संजय कुमार उपस्थित रहे l