सैयद शहाबुद्दीन शाह बाबा की मजार से मुरादें लेकर गए श्रद्धालु
–मजार पर लगने वाले सालाना उर्स में बड़ी संख्या में आते हैं अकीदतमंद और मन्नत पाते हैं
मुर्तुजा हुसैन रहमानी,गोरखपुर। हजरत सैयद शहाबुद्दीन शाह रहमतुल्लाह अलैह के उर्स के मुबारक मौके चादर व गागर का जुलूस दीवान बाजार से बड़े ही अदबो-एहतराम के साथ निकाला गया। उर्स के जुलूस की अगुवाई वरिष्ठ समाजसेवी शमशाद आलम पहलवान, खादिम राजिक राजू , ऑल इण्डिया उर्स कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुहम्मद रजा लड्डन खान, शीश महल दरगाह जाफरा बाजार के गद्दीनशीन सज्जाद अली रहमानी, अल्ताफ अहमद, मुहम्मद आजाद मस्तान वारसी एवं भाजपा नेता लालू गुप्ता ने किया। चादर व गागर के जुलूस में बड़ी संख्या लोग मन्नत के साथ आए और मुरादें लेकर लौट गए। दो दिनों तक चलने वाला सालाना उर्स मुबारक अकीदत के समाप्त हो गया। चादर व गागर का जुलूस दीवान बाजार , थवई का पुल, बक्शीपुर चौक से डीएवी डिग्री कॉलेज रोड होते हुए दीवान बाजार में पहुंच कर समाप्त हो गया।
मजार पर दो दिनों तक सालाना उर्स मुबारक का शानदार तरीके से मनाया गया। जिसमें महानगर के विभिन्न मुहल्लों से बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की। मजार पर मुस्लिमों के साथ ही बड़ी संख्या में हिन्दू भाईयों ने भी शिरकत की। जायरीनों और अकीदतमंदों की ऐसी मान्यता है कि सैयद शहाबुद्दीन शाह रहमतुल्लाह अलैह की कृपा से उनकी हर मुरादें पूरी होती हैं।
खादिम राजू की अगुवाई में आयोजित उर्स में आए लोगों ने मजार पर चादर भी चढ़ाई तथा कुरआन का पाठ भी किया गया।
इस मौके पर ऑल इण्डिया उर्स कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुहम्मद रजा लड्डन खान, शमशाद आलम पहलवान, सज्जाद अली रहमानी ने कहा कि हजरत सैयद शहाबुद्दीन शाह रहमतुल्लाह अलैह ने अपने अनुयायियों को एकता और भाईचारे का संदेश देकर मानवता को जीवित रखा। ऐसे में लोग उन्हें याद कर उर्स मनाने का पुनीत कार्य करते हैं।
इस मौके पर कव्वाल फारूख निजामी ने अपने हमनवाओं तारीक परवाज, आफताब आलम, रईस एवं रवि के साथ एक से बढ़कर एक नातिया कलाम पेश किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से मुर्तजा हुसैन रहमानी, शमशाद आलम पहलवान, सज्जाद अली रहमानी, लालू गुप्ता, अल्ताफ अहमद, मुहम्मद रजा लड्डन खान, मुहम्मद आजाद मस्तान वारसी, बदले आलम, युनूस खान एवं इरफान सहित बड़ी संख्या में जायरीन मौजूद थे।