कार्तिक पूर्णिमा पर राप्ती नदी के राम घाट और गुरु गोरक्षनाथ घाट पर श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी,
एसपी नार्थ रामघाट व गुरु गोरक्षनाथ घाट का किया निरीक्षण,
चप्पे-चप्पे पर पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व ट्रैफिक पुलिस अपने अपने दायित्वों का कर रहे निर्वहन,
गोरखपुर।कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान को लेकर राजघाट राप्ती नदी के तट पर रामघाट और गुरु गोरक्षनाथ घाट पर सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन ताड़ा घाटों का निरीक्षण कर अपर पुलिस अधीक्षको को जिम्मेदारियां सुनिश्चित कर दी है कि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए रात से ही पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए घाटो पर लगाए गए पुलिस जवानों की स्वयं निगरानी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए राम घाट व गुरु गोरक्षनाथ घाट पर श्रद्धालु गुरुवार की शाम से ही जुटने लगे थे। देर रात्रि तक हजारो श्रद्धालुओं का झूंड राम घाट व गुरु गोरक्षनाथ घाट के किनारे पहुंच गए। राम घाट व गुरु गोरक्षनाथ घाट पर 12 रात्रि से ही श्रद्धालु डुबकी लगा रहे
दोपहर बाद तक पूर्णिमा रहेगा
कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त गुरुवार को 11 बजकर 47 मिनट से प्रारम्भ होकर शुक्रवार को दोपहर 2 बजे तक है। इस पर्व के अवसर पर स्नान घाटों पर जाने वाले रास्ते एवं घाटों पर विशेष सतर्कता बढ़ती जा रही इसको लेकर नदी घाटों पर वाचटाॅवरों से निगरानी एवं घाटों पर अपर पुलिस अधीक्षक मजिस्ट्रेट पुलिस बल एनडीआरएफ एसडीआरएफ की तैनाती की गई है। साथ ही घाटों पर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो सके।कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा घाटों पर बैरीकेडिंग, सड़कों पर प्रकाश, घाट पर अस्थायी शौचालय, चेंजिंग रूम, वाचटॉवर, दर्जनों गोताखोर, महाजाल एवं घाट पर साईनेज लगाया गया है। नदी किनारे श्रद्धालुओं की झूंड पहुंचने से शहर के महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर ड्रॉप गेट बनाया गया है। ताकि किसी प्रकार की वाहन शहर में प्रवेश नहीं कर सकें और यातायात व्यवस्था सुलभ तरीके से चल सकें। रामघाट हुआ गुरु गोरक्षनाथ घाट पर कंट्रोल रूम बनाया गया है तथा सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। बार-बार प्रशासन द्वारा अलाउंस किया जा रहा गहरे पानी में नहीं जायें, बैरिकेडिंग के आगे पानी में नहीं जायें, मास्क जरूर लगायें, कोविड प्रोटोकाल का पालन करें एक जगह भीड़ न लगायें। घाट पर साफ सफाई का पुख्ता व्यवस्था किया गया है।राजघाट पर पहली बार श्रद्धालु इतने प्रसन्न नज़र आ आए। पूर्व में स्नान पर्वों पर जहां अव्यवस्थाओं के बीच वे एक डुबकी में स्नान की औपचारिकता पूरी करते थे वहीं इस बार कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर उनका उल्लास देखते ही बन रहा था। क्या महिला, पुरूष, वृद्ध और बच्चे। सब के सब हर हर गंगे और जय राप्ती मइया का जयकारा लगाते हुए आस्था और श्रद्धा की डुबकी पर डुबकी लगाने में मगन थे। इस नजारे को बदलने का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को है। सीएम योगी ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए राप्ती नदी के राजघाट पर दोनों तरफ पक्के घाट बनवा दिए हैं, वह भी जरूरी और आधुनिक सुविधाओं से युक्त।