भ्रष्टाचार इस कद्र बढ़ा 26 लाख खर्च कर बनी महदेवा समरधीरा से पडरहवां-भगवानपुर मार्ग की बिखरीं गिट्टियां


लक्ष्मीपुर /महराजगंज महदेवा-समरधीरा से पडरहवां-भगवानपुर मार्ग का निर्माण तीन माह पहले हुआ था। 26 लाख की लागत से बनी यह सड़क जर्जर होने लगी है। बारिश होते ही गिट्टियां बिखरकर गड्ढे का रूप लेने लगी हैं। इससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहा है। दो वर्ष की मियाद वाली सड़क का छह माह में ही टूटना सरकारी दावे की भी पोल खोल रहा है।नौतनवा तहसील क्षेत्र का पडरहवां-भगवानपुर मार्ग मोहनापुर में गोरखपुर सोनौली एनएच-24 से निकलकर महदेवा चौराहा वाया समरधीरा होते हुए महराजगंज जनपद को जोड़ता है। लगभग पाँच वर्ष से जर्जर हाल में पड़ी 13 किलोमीटर सड़क का लाखो रुपये की लागत से पुनर्निर्माण कराया गया है। लेकिन, बनने के कुछ ही दिन बाद से सड़क से गिट्टियां उखड़ने लगीं। बारिश होते ही गिट्टियां बिखर रही हैं और जगह- जगह गड्ढे बनने लगे हैं। यही हाल रहा तो जल्द ही सड़क फिर पुराने स्वरूप में आ जाएगी।पीडब्ल्यूडी के जिम्मेदारों ने दावा किया है कि सड़क की मियाद दो वर्ष है। ऐसे में इतने ही दिन में सड़क टूटने से क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण के समय मानकों की अनदेखी की गई। इसलिए इतनी जल्दी सड़क टूट रही है। ठेकेदार को फिर से सड़क का निर्माण करना चाहिए।
हरैया रघुवीर निवासी उमेश यादव का कहना है कि ग्रामीणों के अथक प्रयास से सड़क तो बन गई, लेकिन इतनी जल्दी टूट रही है यह चिंता का विषय है। इसकी जांच होनी चाहिए और गड़बड़ी करने वाले पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
क्षेत्र के गौहरपुर गांव निवासी जितेंद्र चौधरी का कहना है कि सड़क बनाने में मैटेरियल की कोताही की गई, इसलिए सड़क इतनी जल्दी टूट रही है। जिम्मेदारों को ध्यान देने की जरूरत है।
समरधीरा निवासी अजित कुमार चौधरी का कहना है कि सड़क बनाते बहुत कम रोलर चलाया गया। इसलिए सड़क कितनी जल्दी उखड़ रही है।
अमहवाँ निवासी सुरेश चंद साहनी का कहना है की 50 हजार से अधिक लोगों का आवागमन होता है। इस मार्ग पर पडरहवां-भगवानपुर से आने-जाने वालों के साथ ही समरधीरा, बरगदवा विशुनपुर, रानीपुर, गौहरपुर, ख़ालिकगढ़ आदि गांव के भी लोग इसी मार्ग से नियमित आवागमन करते हैं।
इस संबंध में अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी महराजगंज सचिन कुमार का कहना है. कि सड़क उखड़ रही है, इसकी जानकारी नहीं है। जिम्मेदारों से पता करवाते हैं। ठेकेदार का भुगतान अभी रोका गया है। जल्द ही सड़क को सही करा दिया जाएगा।