गोरखपुर: शासकीय, प्रशासकीय तंत्र पर भ्रष्ट मुख्य अभियंता पड़ा भारी

- कार्यालय कार्य दिवस के छठवें दिन भी तालाबंद
- जिला व पुलिस प्रशासन लाचार एवं मूकदर्शक
गोरखपुर। लोक निर्माण विभाग गोरखपुर में सीएजी रिपोर्ट आधारित भ्रष्टाचार में संलिप्त आर.बी सिंह मुख्य अभियंता गोरखपुर द्वारा पूर्वाग्रह से ग्रसित 775 दिनों से प्रचलित सत्याग्रह संकल्प पर बैठे सत्याग्रहियों को कार्यालय परिसर में अमर्यादित आचरण व भाषा का प्रयोग कर धमकी देते हुए वगैर किसी आधिकारिक सूचना के जबरन बेदखल कर कार्यालय दिवस में कार्यालय बंद किये जाने के विरुद्ध दिए गए प्रथम सूचना रिपोर्ट पर जिला व पुलिस प्रशासन की खामोशी उनके सत्य निष्ठा को संदिग्ध प्रमाणित करती है, यही कारण है जिसके परिणाम स्वरूप अहिंसात्मक सत्याग्रह पर बैठे सत्याग्रहियों को विवश होकर कार्यालय के मुख्य द्वार के बाहर सार्वजनिक मार्ग पर सत्याग्रह हेतु बैठने के लिए विवश होना पड़ रहा है। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि भ्रष्टाचार में संलिप्त भ्रष्ट अभियंताओं के कारित अपराध में कहीं न कही
शासकीय, शासकीय, प्रशासकीय तंत्र की बराबर की सहभागिता है, जिसके विरुद्ध आने वाले दिनों में माननीय उच्च न्यायालय में वाद प्रस्तुत किए जाने से भयभीत मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश के मिलीभगत से संगठित भ्रष्ट अभियंताओं द्वारा सत्याग्रहियों को जबरन कार्यालय परिसर से बेदखल कर मुख्य अभियंता कार्यालय गोरखपुर के मुख्य मार्ग को दिनांक 21 अगस्त 2023 से वर्तमान समय तक तालाबंदी करते हुए कथित रूप से कार्यालय का विभागीय अभिलेख में कार्यालय का संचालन दिखाया जा रहा है जो गंभीर अपराध की श्रेणी में कारित अपराध है।
जिसके विरुद्ध किसी भी क्षण संगठन के कार्यकर्ताओं एवं सहयोगियों द्वारा कार्यालय के मुख्य द्वार के बाहर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किए जाने से इनकार नहीं किया जा सकता।
उक्त बातें सत्याग्रह पर बैठे सत्याग्रहियों से वार्ता के दौरान ज्ञात हुआ।