स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित,धरने पर दूसरे दिन संविदा कर्मी,
मांगे पूरी न होने तक जारी रहेगा धरना
परतावल
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर आह्वान पर संविदा कर्मियों ने अपनी मांगों को धरना प्रदर्शन जारी रक्खा। बुद्धवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परतावल में एकत्रित होकर कार्य बहिष्कार कर अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना किया। ब्लाक अध्यक्ष डॉ एमपी सिंह के नेतृत्व में गृहजनपद ट्रांसफर, समान कार्य समान वेतन समेत 7 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना किया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पूरे जनपद के संविदा डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ व बीपीएमयू (ब्लाक मैनेजमेंट यूनिट) तथा एएनएम स्टाफ नर्स, ने जिस तरह से स्वास्थ्य विभाग का मोर्चा संभाला है, उसे सरकार नकार रही है। लगातार हमारी मांगो को दरकिनार किया जा रहा है। लेकिन अब कर्मचारी डरने वाले नहीं है, सरकार का यह रवैया किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। मांगों में समान कार्य समान वेतन , वेतन विसंगति, ट्रांसफर पालिसी, समायोजन और स्वास्थ बीमा आदि प्रमुख है। जब तक सरकार मांगों को नहीं मान लेती, तब तक अनिश्चितकालीन धरना व कार्यबहिष्कार जारी रहेगा।
इस दौरान बीएएम मनीष, डॉ मानसिंह, मेन स्ट्रीम डॉ घनश्याम कुमार गुप्ता, आरबीएसके से डॉ घनश्याम वैध, डॉ ए एन मिश्रा, बीईओ संजीव सिंह, बीसीपीएम अमित कुमार, डॉ अनिरुद्ध गुप्ता ए एच काउंसलर, स्टाफ नर्स सीबी आर्या, निभा, अल्का, सावित्री यादव, संध्या कुशवाहा पीएम डब्लू, , संध्या देवी, रेणु गौतम , आयुष्मान मित्र प्रदीप कुमार, सीएचओ प्रतिभा सिंह, विभा शुक्ला, प्रीति चौहान, प्रीति सिंह, दिव्यांशी तिवारी, तृप्ति चौधरी, सुनीता गुप्ता, रीमा मद्धेशिया, कंचन लता, प्रियंका जैसवाल, ममता कटियार, दुर्गेश कुमारी, किरण देवी, रेखा देवी, मीरा देवी, प्रेमलता झा, बिंदु निषाद, निशा यादव, बेबी शहरावत, रीता देवी, सरिता देवी, हेमलता शर्मा, हेमलता निगम, सुमन सिंह,संगीत देवी, समेत सैंकड़ो संविदा कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर कार्य बहिस्कार कर धरना दिया।
टीकाकरण कार्य रहा प्रभावित
संविदा कर्मी अपनी मांगों को लेकर धरने पर हैं जिससे स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित रहीं। इस समय कोविड टीकाकरण चल रहा। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण कार्य प्रभावित हो रहा है।और ओपीडी कार्यो में भी प्रभाव पड़ा हैं। संविदा कर्मियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा।