मनरेगा में ही उड़ रही बाल श्रम अधिनियम की धज्जियां
:- लक्ष्मीपुर के हरैया रघुवीर में मासूम बच्चों से कराया जा रहा मनरेगा कार्य
:- रुपए के लालच में बच्चों का भविष्य निगल रहे ग्राम प्रधान
लक्ष्मीपुर/महराजगंज शासन नौनिहालों के पोषण व शिक्षा के लिए लाख योजनाएं बना लें लेकिन धरातल पर उसका कोई असर नहीं दिख रहा। हद तो तब हो गई जब सरकार की ही एक योजना में सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। लक्ष्मीपुर क्षेत्रके हरैया रघुवीर में मनरेगा के तहत हो रही कार्य की निराई में महज 10 से 16 साल तक के बच्चों से काम लिया जा रहा है ताकि पैसे डकारा जा सके। ये मासूम कम रुपए में ही काम के लिए तैयार हो जाते हैं, लिहाजा प्रधान इनका शोषण करने में लगे हुए हैं।
कहां हैं अधिकारी?
बाल श्रम अधिनियम और मनरेगा दोनों की ही मॉनिटरिंग करने वाले जिम्मेदार हरैया रघुवीर में सरकारी नियमों को टूटते हुए देख सकते हैं। हरैया रघुवीर गांव के पश्चिम सड़क का लेपन कार्य में जॉब कार्ड धारक मजदूरों की जगह मासूमों को काम पर लगाया गया है। कड़ी धूप में मासूम कुदाल चला रहे हैं, टोकरी से मिट्टी धो रहे हैं। शाम में उन्हें मजदूरी के नाम पर बाकी मजदूरों से करीब आधे पैसे दे दिए जाते हैं।