मुख्यमंत्री योगी ने फरेंदा क्षेत्र में बाढ़ प्रभावितों को बाटी राहत सामग्री,

5 वर्ष के भीतर फरेंदा विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी का शनिवार को तीसरी बार हुआ आगमन
फरेंदा ,महराजगंज फरेंदा विधानसभा क्षेत्र में शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का तीसरी बार बृजमनगंज के ग्राम शाहाबाद में आगमन हुआ।शनिवार को जनपद महाराजगंज के फरेंदा तहसील के बाढ़ प्रभावित गांव शाहाबाद पहुंच मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों को राहत सामग्री का वितरण किया। बाढ़ राहत सामग्री अलग-अलग पैकेट में था जिनमें 5 किलो लाई ,2 किलो भुना चना, 1 किलो गुड़ ,10 पैकेट बिस्किट, एक पैकेट माचिस ,एक पैकेट मोमबत्ती ,साबुन ,10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 2 किलो अरहर दाल ,आधा किलो नमक, रिफाइंड तेल ,मिर्च मसाला व 10 किलो आलू था।इस अवसर पर उन्होंने बाढ़ प्रभावितों से वार्ता कर उन्हें उपलब्ध कराई जा रही राहत सामग्री के संबंध में जानकारी भी प्राप्त करते हुए जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि कोई भी पीड़ित परेशान या निराश नहीं होना चाहिए सभी को समय से राहत सामग्री समेत दूसरी अन्य सुविधाएं मिले ऐसी हमारी मंशा है। बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री वितरण करने के बाद मुख्यमंत्री ने वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार बाढ़ की विभीषिका से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। प्रत्येक प्रभावित गांव में नाव की व्यवस्था ,बाढ़ चौकी और कंट्रोल रूम के माध्यम से राहत एवं बचाव कार्य की व्यवस्था का निर्देश दे दिया गया है। प्रत्येक प्रभावित परिवार को समय से राहत सामग्री उपलब्ध हो इसके लिए स्थानीय स्तर पर जनप्रतिनिधि गणों के सहयोग से प्रशासन द्वारा पूरी प्रतिबद्धता के साथ बाढ़ प्रभावितों को राहत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद महाराजगंज के 112 गांव अभी भी बाढ़ की चपेट में है जिससे करीब 20,000 की आबादी प्रभावित है। जिसमें फरेंदा विधानसभा के भी कुछ गांव प्रभावित हैं। प्रशासन को युद्धस्तर पर राहत बचाव कार्यों हेतु पूर्व में निर्देशित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई है जिससे अभी 15 सितंबर तक राहत मिलने की संभावना है, लेकिन बचाव और राहत कार्य युद्ध स्तर पर संचालित रहे सरकार द्वारा यह निर्देश पहले से ही कर दिए गए हैं। इसके लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राहत एवं बचाव के सभी उपाय करने के साथ सरकार ने यह तय किया है की बाढ़ एवं जलजमाव के कारण होने वाली संक्रामक बीमारियों की रोकथाम हेतु 5 सितंबर से 12 सितंबर तक नोडल अधिकारी की तैनाती करते हुए अंतर विभागीय समन्वय से विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की देखरेख में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन , फागिंग आदि के लिए व्यापक अभियान चलाया जाएगा। इसमें स्वास्थ्य विभाग, नगरीय विकास विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, पंचायती राज ,महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों को भी जोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ आपदा के कारण किसी भी व्यक्ति की दुखद मृत्यु पर प्रभावित परिवार को यथाशीघ्र 4 लाख रुपए की सहायता, मकान क्षतिग्रस्त होने पर 95 हजार रुपए की आर्थिक सहायता, घर वह जाने पर आवास का लाभ, अगर मवेशी बाढ़ की चपेट में आते हैं तो उनको भी आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। आपदा के दौरान किसी किसान की मृत्यु पर उस परिवार को 5 लाख रूपए की आर्थिक सहायता की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा की बरसात के दिनों में सांप बिच्छू व जंगली जानवरों के काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इससे निपटने के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में एंटी स्नेक वेनम व एंटी रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। सरकार ने जलजमाव वाले क्षेत्रों में फसलों के नुकसान का आकलन करने का निर्देश दे दिया है जिससे किसानों को समय से मुआवजा मिल सके। बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों को राहत सामग्री वितरण व संबोधन के दौरान मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, फरेंदा विधायक बजरंग बहादुर सिंह, पूर्व विधायक चौधरी शिवेंद्र सिंह ,भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष सुभाष यदुवंश , भाजपा जिला अध्यक्ष परदेसी रविदास, पूर्व जिला अध्यक्ष अरुण शुक्ला,विधायक अमनमणि त्रिपाठी,विधायक जय मंगल कनौजिया, विधायक प्रेम सागर पटेल, नगर पंचायत आनंद नगर के अध्यक्ष राजेश जायसवाल, पूर्व प्रधान राजेश मौर्य, मंडल अध्यक्ष अभय सिंह उर्फ डब्बू सहित सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता व बाढ़ पीड़ित मौजूद रहे।