बाबा के बुलडोजर तथा प्रशासनिक अधिकारियों की हनक का ग्राम सभा चौरी में नहीं दिख रहा असर
◆ बदुरहिया चौराहे के सरकारी जमीन पर अतिक्रमण का है मामला
◆ चौरीचौरा तहसील क्षेत्र का है मामला
चौरीचौरा,गोरखपुर। बाबा के बुल्डोजर की हनक जहां पूरे प्रदेश में अपनी दबदबा कायम किए हुए हैं। जहां बुल्डोजर का नाम सुनते ही भूमाफियाओं की रुहें कांपती नज़र आती हैं। वहीं चौरीचौरा तहसील अन्तर्गत ग्राम सभा बदुरहिया में सरकारी जमीन पर कब्जा जमाये हुए दर्जनों अतिक्रमणकारियों पर बाबा के बुल्डोजर तथा प्रशासनिक अधिकारियों की हनक का कोई असर दिखाई न देना अपने आप में एक प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है। जबकि तेज तर्रार उपजिलाधिकारी प्रशान्त वर्मा द्वारा पिछले दिनों उसी गांव सभा में वृहद छापेमारी कर अवैध डीजल माफियाओं के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करते हुए जेल भेजने का कार्य किया जा चुका है। फिर भी सरकारी भूमि पर अवैध रुप से कब्जा कर किरायेदारी वसूल करने वाले दबंगों का हौसला अब भी कायम है। उन्हें न प्रशासन का भय है और न तो यूपी में मशहूर बाबा के बुल्डोजर का ही भय दिख रहा है।
बताते चलें कि चौरीचौरा तहसील क्षेत्र के बदुरहिया चौराहे पर विभागीय लापरवाही के कारण दर्जनों अतिक्रमणकारियों द्वारा गोरखपुर देवरिया मार्ग के किनारे काफी दिनों से टिन शेड डाल कर सरकारी जमीन पर कब्जा किया गया। कुछ लोग उक्त जमीन पर स्थायी निर्माण कराने का प्रयास कर रहे हैं। जिससे सरकारी भवन पर जाने आने का रास्ता ही बन्द हो गया है।स्थानीय कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पहले अतिक्रमणकारियों द्वारा गुमटी, छप्पर, अथवा टिन शेड डाल कर सरकारी जमीन पर कब्जा किया गया। फिर उसे स्थायी दुकान का रुप दिया गया। उसके बाद उसे किराये पर देकर किरायेदारी की वसूली की जा रही है। उक्त जमीन पर कुछ लोग स्थायी निर्माण कराने के चक्कर में पड़े हुए हैं। करोड़ों रुपए की सरकारी जमीन इन अतिक्रमणकारियों के चंगुल में फंसी है। अवैध निर्माण से जहां सरकारी संपत्ति का नुकसान हो रहा है, वहीं अतिक्रमण के कारण भारी दुर्घटना होने से भी इंकार भी नहीं किया जा सकता है। देखना है बदुरहिया चौराहे पर स्थित सरकारी जमीन पर किये गये अतिक्रमण पर प्रशासनिक अधिकारियों तथा बाबा के बुल्डोजर की हनक का क्या असर दिखता है।