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अजहरुद्दीन अंसारी ने यातायात पुलिस को बना लिया कैरियर,मानवता के साथ चिलचिलाती धूप में रोजा रख, दे रहे अपनी सेवा

गुरु रामवृक्ष यादव के तर्ज़ पर लोक सेवा करना मेरा प्रथम कर्तव्य- अजहरुद्दीन

पवन कुमार गुप्ता, गोरखपुर। भारत के राज्यों में कानून व्यवस्था को संभालने की जिम्मेदारी पुलिस की होती है। इसके अलावा शहरों में यातायात व्यवस्था को भी पुलिस ही संभालती है, इसलिए इसे यातायात पुलिस अथवा ट्रैफिक पुलिस भी कहा जाता है। यातायात का नियंत्रित करने का काम आसान नहीं होता।
ट्रैफिक पुलिस वालों को हर मौसम में नौकरी करते देख कुछ लोगों को उनका काम बोरिंग और चैलेंजिंग लग सकता है। लेकिन गोरखपुर में ट्रैफिक पुलिस का एक जवान ऐसा भी है, जो इस काम को पूरी एनर्जी और जुनून के साथ करता है। पूर्वांचल में इस पुलिसकर्मी को लोग ‘स्मार्ट यातायात पुलिस मैन’ के नाम से पहचानते हैं। जिनका नाम है अजहरूद्दीन अंसारी।
हालांकि अजहरूद्दीन अंसारी का सोशल मीडिया पर काम करने के दिलचस्प अंदाज का वीडियो हमेशा देखने को मिलता रहता है।
जिसमे अजहरुद्दीन डबल हेलमेट वालों को चॉकलेट व फूल के गुलदस्ते देते हुए नजर आते हैं वहीं प्यार से लोगों से हाथ मिलाते हुए भी देखने को मिलता रहता है।

अजहरूद्दीन अंसारी ने काम को बनाया दिलचस्प

सोशल मीडिया पॉपुलर हो चुके गोरखपुर के यह ट्रैफिक पुलिसकर्मी अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं। मोहद्दीपुर,पैडलेगंज सहित कई बड़े चौराहों पर अजहरूद्दीन अंसारी को बेहद दिलचस्प अंदाज में भारी ट्रैफिक को मैनेज करते हुए देखा जा सकता है। जबकि शहरवासियों को इनके द्वारा यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने का अंदाज इतना पसंद आता है कि अजहरूद्दीन अंसारी
का वीडियो शेयर करना नही भूलते।
लोगों का कहना है कि अजहरूद्दीन अंसारी के कार्य करने का अनोखा तरीका इस बात को साबित करता है कि कोई भी काम बोरिंग नहीं होता है।
वैसे तो अजहरूद्दीन अंसारी को पहले भी कई अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
बतादें कि 2 साल की कड़ी मेहनत और काम के प्रति लगन के चलते उन्हें इस सम्मान से नवाजा गया है। वह इसे पाकर बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

यातायात पुलिसकर्मी अजहरूद्दीन अंसारी को अधिकतर मोहद्दीपुर व पैडलेगंज चौराहे पर ड्यूटी करते हुए अक्सर देखा जा सकता है,वह हमेशा चर्चा में बने रहते हैं क्योंकि उनका ड्यूटी करने का तरीका औरों से अलग और अलहदा है।
साउथ भारत मे चर्चित यातायात के रंजीत सिंह की तरह गोरखपुर में अजहरूद्दीन अंसारी डांस करने की अंदाज में ट्रैफिक को कंट्रोल करते नजर आते हैं. सड़क से गुजरते राहगीर जब अजहरूद्दीन अंसारी को इस अदा से ट्रैफिक कंट्रोल करते हुए देखते हैं तो वे उनकी तारीफ करने से नहीं चूकते हैं और जो भी उनका यह स्टाइल देख लेता है, उनका मुरीद हो जाता है. उन्हें देखने के लिए अक्सर लोगों की भीड़ लग जाती है। कई लोग उनके साथ मोबाइल फोन से सेल्फी लेते नजर आते हैं।

बेसहारा और जरूरतमंदों की मदद करते हुए भी नज़र आते हैं अजहरुद्दीन

अजहरूद्दीन अंसारी की लोकप्रियता का आलम यह है कि जहां उनके द्वारा यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से निर्वहन किया जाता है, वहीं अजहरूद्दीन अंसारी मानव सेवा व जीवों की सेवा के प्रति अपने समर्पण से उन्होंने मिसाल कायम की है।
ड्यूटी के दौरान वह कई दफा बेसहारा और जरूरतमंद लोगों की मदद करते हुए भी नजर आ जाते हैं,भयंकर जाम की स्थिति के दौरान यह भी देखा जाता है कि एम्बुलेंस,फ़ायर विग्रेड,डायल 112 वाहनों को तत्काल प्रभाव से रास्ता क्लियर करा कर उनके गंतव्य को भेजने का कार्य के प्रति सच्ची निष्ठा और ईमानदारी से अजहरूद्दीन ने उत्तर प्रदेश में अपने साथ-साथ गोरखपुर का भी नाम रौशन किया है।

वर्दी और रमजान का फर्ज़ एक साथ अदा करना अजहरुद्दीन को चैलेंज

इस्लाम धर्म में सबसे पवित्र महीना माना जाने वाला माह-ए-रमजान चल रहा है। रमजान के इस महीने में मुसलमान व्रत यानी रोजा रखते हैं और शिद्दत से अल्लाह की इबादत करते हैं। इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक रमज़ान की शुरुआत चांद देखने के बाद होती है।
रमजान के महीने के बारे में कहा जाता है कि यदि कोई रोजेदार इस पाक महीने में बुरे कर्म करेगा तो उसको आम दिनों की अपेक्षा 70 गुना ज्यादा सजा मिलेगी और अच्छा काम करेगा तो उसको 70 गुना अधिक सवाब मिलेगा।
रमजान के महीने में तरावीह के पढ़ने से इंसान की रुह पाक साफ होती है। रमजान के महीने में रोजे रखने का बड़ा महत्व है।
रमजान के इस माह में रोजा रख कर तपती धूप के बीच यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करना सब की बात नहीं है।
स्मार्ट यातायात पुलिस मैन अजहरूद्दीन अंसारी पूरी शिद्दत के साथ नौकरी व रमजान दोनों का फर्ज निभा रहे हैं वे रोजाना दिनभर भूख-प्यास सहन कर रोजा रखते हैं। इनकी जिम्मेदारी कुछ अलग है। क्योंकि इन्हें तपती धूप में सिटी बजाते हुए दिनभर सड़कों पर दौडना पड़ता है। चिलचिलाती गर्मी में पानी की तलब चौराहे पर जाम में फंसे वाहनों को निकलवाते वक्त जरूर लगती है,पर ये सब्र के साथ हंसते-हंसते अपनी जिम्मेदारी को हर हाल में निभाते हैं। इन कठिन परिस्थितियों का सामना करने के बावजूद वे रोजे से मुंह नहीं मोड़ते। अजहरुद्दीन अंसारी का कहना है कि यह इबादत का ही असर है कि रमजान के महीने में ड्यूटी करते हुए कभी दिक्कत महसूस नहीं किया। भले रात में पूरा आराम मिले या न मिले पर रमजान में कभी थकान महसूस नहीं हुई।
यातायात पुलिस महकमे की नौकरी करते हुए 2 साल तक हो चुके हैं। रोजा रखने के दौरान लंबी दौड़भाग भी करनी पड़ी। इसके बावजूद हमनें ने एक भी रोजा नहीं छोड़ा। बतादें कि अजहरुद्दीन अंसारी दिनभर दौड़-भाग के बावजूद भी पूरी तरह फिट नजर आते हैं।

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