पंडित नेहरू की जयंती पर श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन
मार्क्सवाद और गांधीवाद के बीच की कड़ी थे पंडित नेहरू: प्रो यादव
महराजगंज l भारत के प्रथम प्रधानमंत्री और आधुनिक भारत के निर्माता के रूप में विख्यात पंडित जवाहरलाल नेहरू के जयंती के अवसर पर जवाहरलाल नेहरू पीजी कॉलेज महाराजगंज में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करके उन्हें न सिर्फ याद किया गया बल्कि उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा की गईl
पीजी कॉलेज में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए पूर्व प्राचार्य एवं बीएड विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उमेश प्रसाद यादव ने कहा कि पंडित नेहरू किसी नाम के मोहताज नहीं थे वह एक प्रकांड विद्वान के साथ भारतीय सभ्यता और संस्कृत के संवाहक थे उन्होंने गांधीवाद और मार्क्सवाद के बीच समन्वय स्थापित करने का प्रयास किया आज उनकी जयंती के अवसर पर उन्हें स्मरण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पूरा देश उन्हें याद कर रहा हैl
भूगोल विभाग अध्यक्ष दिवाकर सिंह ने कहा कि महात्मा गाँधी ने उन्हें हिन्द का जवाहर कहा। उनके समकालीन नेताओं ने उन्हें पंडित जी कहा। राष्ट्रकवि दिनकर ने उन्हें लोकदेव कहा। भारत के तमाम बच्चों ने उन्हें चाचा कहा। पंडित जवाहर लाल नेहरू विश्व के तमाम राजनीतिज्ञों के बीच एक ऐसा व्यक्तित्व हैं जिनसे हर किसी ने खुद को जोड़ा और फक्र महसूस किया।
साइन विज्ञान के प्राध्यापक सिद्धार्थ नाथ शुक्ला ने कहा कि महात्मा गाँधी के नेतृत्व में चले भारत के स्वाधीनता आंदोलन ने तमाम प्रतिभाशाली विद्वान् नेतृत्व को दुनिया के सामने यथोचित स्थान दिया।
संचालककीय दायित्व का निर्वहन करते हुए डॉक्टर शांति शरण मिश्र ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व करने वाला हर नेता महामानव था। उन अनगिनत चमकदार सितारों के बीच सर्वाधिक तेजमय, प्रखर कोई है तो वह पंडित जवाहर लाल नेहरू ही हैं।
भूगोल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर के आर यादव और लेखाकार श्रवण पटेल ने कहा कि दो विश्वयुद्ध , फांसीवाद से लेकर साम्यवाद का विकासक्रम , चीन की क्रांति जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक घटनाओं के बीच जब भारत का स्वाधीनता आंदोलन चल रहा था उस वक़्त जवाहर लाल नेहरू का भारतीय राजनीति में पदार्पण हमारे जैसे पाठकों के लिए रोमांचकारी पल है।
इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को छट्ठू यादव देवेंद्र कुमार पाठक डॉ पीयूष कुमार जयसवाल डॉक्टर नंदिता मिश्रा विजय शंकर सिंह डॉक्टर विनय कुमार खरवार ज्योत्सना पांडे जावेद अली सिद्दीकी राजीव कुमार द्विवेदी शमशाद अहमद संतोष कुमार राव अतुल कुमार घोष संतोष कुमार श्रीवास्तव प्रणय कुमार गौतम आदि ने संबोधित किया और पंडित नेहरू के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा की l